गमले में टमाटर उगानें की पूरी जानकारी



टमाटर बहुत ही पोपुलर सब्जी है। टमाटर हर तरह की सब्जी में प्रयोग किया जाता है। खाने के साथ सलाद के रूप में और चटनी के रूप में टमाटर का प्रयोग किया जाता है।  अगर आप टमाटर का सही स्वाद लेना चाहते हैं। तो टमाटर ताजा होना बहुत जरूरी है। आज हम आपको घर पर गमले में टमाटर उगाने की पूरी जानकारी देगें जिससे आप घर पर टमाटर उगा सकें। अगर आपको हमारी जानकारी पसन्द आये तो आप इसे दूसरे लोगों के साथ शेयर जरूर करें।


टमाटर उगाने का सही समय -

 टमाटर एक ऐसी सब्जी है जिसे लगभग पूरी साल ही उगाया जाता है। मई - जून की तेज गर्मी को छोड़कर यह लगभग हर समय अच्छी उपज देता है।

गर्मी के मौसम - फरवरी - मार्च में लगाना है
बरसात और सर्दी - जुलाई - सितम्बर

गर्मी के मौसम के लिये के बीज लगाने का समय - फरवरी का मध्य सप्ताह ( 15-25° ) तापमान होने पर आप टमाटर के बीज लगा सकते है। बीजों के सही अंकुरण के लिये अनुकूल तापक्रम होना बहुत जरूरी है।

आप हमारी यूट्यूब वीडियो देखकर  और भी बहुत कुछ सीख सकते है।




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सर्दी के मौसम में बीज लगाने का समय -
जून के अन्तिम सप्ताह में टमाटर के बीज लगा दीजिये। 15-20 दिन में टमाटर के बीजों से अच्छे पौधे तैयार हो जायेगें। जब टमाटर के पौधे 4-4 पत्तियों के या 3-4 इंच साइज के हो जायें तब आप टमाटर के इन पौधों को गमलों में या जमीन पर लगा सकते हैं।


टमाटर का कौन सा बीज अच्छा है?
रंग और आकार के हिसाब से बाजार में अनेक किस्म के बैगन आपको मिल जाएंगे। कुछ लंबे टमाटर होते हैं कुछ गोल होते हैं गहरे लाल रंग के टमाटर भी होते हैं तो कुछ काले रंग के टमाटर भी आपको बाजार में दिख जायेंगे ।लेकिन अच्छे स्वाद की बात की जाए तो देशी टमाटर खाने में काफी बेहतर होता है। इसकी सब्जी बहुत ही स्वादिष्ट बनती हैं।इसलिए घर पर किचन गार्डन में देशी वैरायटी का टमाटर जरूर उगाना चाहिए।


टमाटर का बीज कहां से खरीदें-

बगीचे में टमाटर उगाने के लिए अपने पास के बाजार में जाकर खाद बीज वाली दुकान से अच्छी क्वालिटी के बीज खरीद सकते हैं। अगर आप के आस पास कोई बीज वाली दुकान नहीं है। तब आप ऑनलाइन बाजार ( जैसे amazon, eBay, filpcart ) से भी अच्छी क्वालिटी के बीज खरीद सकते है। online बाजार से बीज खरीदते समय हमेशा अच्छे रिव्यू वाले विक्रेता से ही बीज खरीदें।और सस्ते बीज ना खरीदें। क्योंकि ज्यादा सस्ते बीज अच्छा उत्पादन नही देते।




नोट - कोई भी बीज खरीदते समय seller के review जरूर चैक करें


टमाटर के बीज लगाना 
टमाटर को बीज से उगाना बहुत ही आसान है। टमाटर के बीज बहुत तेजी से अंकुरित हो जाते हैं। आप जब भी टमाटर का बीज उगाना चाहें। उससे पहले बीज लगाने के लिये मिट्टी की तैयारी कर ले। सब्जियों के बीज उगाने के लिए साधारण किस्म की मिट्टी ही काफी अच्छी रहती है। इसके लिए आप अपने बगीचे की मिट्टी(70% मिट्टी 30% खाद) ले लीजिए और इस मिट्टी में ऑर्गेनिक खाद को मिक्स कर लें। जैसे गोबर खाद या वर्मी कंपोस्ट।


बीज लगाने की विधि-
बगीचे की मिट्टी (70%) और खाद (30%) को मिलाकर मिट्टी तैयार करें। इस मिट्टी को किसी गमले में भरकर एक दिन के लिये धूप में छोड़ दें जिससे मिट्टी में उचित गर्मी बन सके। इसके बाद मिट्टी की ऊपरी परत को एक समान कर टमाटर के बीजों को छिड़काव विधि से सतह पर बिखेर दें। बीजों के ऊपर हल्की मात्रा में मिट्टी या खाद डाल दें जिससे बीज एक जगह पर स्थिर रह सकें। पानी सावधानी से देना है। पानी देते समय बीज उखड़ ना जाये इसलिये हजारे की सहायता से पानी दीजिये। इसके बाद बीज लगे गमले को ऐसी जगह रखें जहां हल्की धूप आती रहती हो। मिट्टी में हल्की नमी बनाकर रखनी है।5-7 दिन में बीज अंकुरित होना शुरू हो जाते है। जैसे ही बीज अंकुरित हो जाये गमले को कुछ समय के लिये धूप में रखना शुरू कर दें। इससे आपके पौधे सड़ेगे नही और पौधे मजबूत भी हो जायेगें। आप चाहें तो टमाटर के छोटे पौधों पर फंगीसाइड दवा का छिड़काव भी कर सकते है। 15-20 दिन के टमाटर के पौधे दूसरी जगह लगाये जाने को तैयार हो जाते है।





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टमाटर के लिये गमले का आकार - 
टमाटर को उगाने के लिये कम से कम 10" या उससे बड़ा गमला प्रयोग में लाना चाहिये। आप ग्रो बैग ,पुरानी बड़ी बाल्टी या बाथटब में भी टमाटर उगा सकते हैं। जितना बड़ा गमला होगा उतना बेहतर आपका टमाटर का पौधा उगकर तैयार होगा। आप जमीन पर भी टमाटर उगा सकते है। टमाटर को बलुई- दोमट और हल्की चिकनी मिट्टी पसन्द है। 


टमाटर के लिये गमले की तैयारी-
टमाटर को गमले में लगाने से पहले गमले की निचली सतह में पानी निकलने के लिये ज्यादा से ज्यादा छेद होने चाहिये। अगर गमले में छेद नही होगे तो टमाटर के पौधे का उचित विकास नही होगा। गमले की तली में जो छेद होते है उनसे पानी ही नही निकलता बल्कि हवा का आवागमन भी होता है । जिससे पौधे की जड़ो का उचित विकास हो सके। समय समय पर गमले की दिशा चैन्ज करते रहें।




टमाटर के पौधे को रीपोट कैसे करें -
 बीज से उगाये गये टमाटर के पौधे तब 15-20 दिन के या चार चार,पांच पांच पत्तियों के हो जायें तब किसी दिन शाम के समय मजबूत स्वस्थ पौधा गमले में लगा दीजिये। पौधे को मिट्टी में हल्की गहराई में लगा दें। और उस मिट्टी को मजबूती से दबा दें जिससे पौधा गिरे नही। फिर गमले मे काफी पानी दें। पहली बार में इतना पानी देना है कि गमले के छेद से पानी बाहर निकल जाये। आप 4,5 गमलों में टमाटर लगायें। एक पौधा लगाने पर अच्छे  फल नही आते।

इस वीडियो का पहला भाग आप हमारे यूट्यूब चैनल पर जाकर देख सकते हैं।

टमाटर की देखरेख -
गमले में टमाटर लगाने के 4-5 दिन तक उस गमले को छायादार या जहां सुबह शाम की हल्की धूप आती हो ऐसी जगह रखिये। दो तीन बाद टमाटर के पौधे की पत्तियां सही होना शुरू जायेगी। तब आप इसे धीरे धीरे धूप में रखना शुरू कर सकते है। गमले में टमाटर का पौधा लगाने के एक सप्ताह बाद गमले की मिट्टी की हल्की गुड़ाई करें जिससे मिट्टी मे घास या अन्य खरपतवार ना उपजे। गुड़ाई करने के बाद एक दो दिन मिट्टी को धूप लगने दें। उसके बाद इस पौधे में लगभग 100-150 ग्राम कोई भी ऑर्गेनिक खाद जैसे गोबर खाद,वर्मी कम्पोस्ट आदि लगायें और उसके बाद पानी दें। इस प्रकार आप महीने में दो बाद खाद दे सकते है। जैसे ही टमाटर का पौधा बड़ा होने लगे तब टमाटर की शाखाओं को सपोर्ट देने के लिये लकड़ी लगा दें।


गमलों के लिये खाद की मात्रा - 

8-12 इंच के गमलें में 50-150 ग्राम गोबर खाद / 30 दिन में दो बार अधिकतम।

8-12" के गमले में 100 ग्राम वर्मी कम्पोस्ट /30 में एक बार अधिकतम 

8-12" के गमलों में 100-200 ग्राम किचन वेस्ट खाद /30 दिन में एक बार 

ऊपर बताई गयी सभी खादों में से कोई एक खाद ही आपको अपने टमाटर के पौधों में देनी है। ज्यादा उत्पादन के चक्कर में सभी खाद एक साथ पौधों में ना लगायें।





खाद का प्रकार - 
अगर आप घर पर सब्जियां उगा रहे हैं। तो आपसे निवेदन है कि आप अपने खाने वाले सभी पौधों जैसे सब्जियां और फल वाले पौधों में जैविक खाद का ही प्रयोग करें। प्राकृतिक खाद पौधों के लिए अमृत के समान फायदेमंद होती है। और रासायनिक खाद का प्रयोग बिल्कुल ना करें या बहुत ज्यादा आवश्यक होने पर ही सीमित मात्रा में रासायनिक खाद का प्रयोग आप अपने सब्जियों में या फलदार पौधों में करें। 

टमाटर पर फल 
बीज लगाने के 30 से 40 दिन बाद टमाटर के पौधे पर फल- फूल आने की शुरुआत हो जाती है। टमाटर के पौधे पर  नर और मादा फूल आते हैं । शुरू में टमाटर पर नर फूलों की संख्या अधिक होती है। नर फूल का काम केवल निषेचन  की क्रिया करना है। उसके बाद नर फूल पौधे से सूखकर गिर जाता है। और इसी वजह से आपको लगता है कि आप के पौधे पर फूल तो आता है । लेकिन फल बनने से पहले ही गिर जाता है।

टमाटर पर फल ना बनने का कारण -
■ बेकार( घटिया) किस्म के बीजों से उगाये गये टमाटर के पौधे पर अच्छे फल फूल नहीं आते। इसलिए गमले में टमाटर उगाते समय हमेशा उच्च क्वालिटी के बीजों का चयन करें।

■  गमले का उचित साइज ना होने पर टमाटर के पौधे को उचित मात्रा में पोषक तत्व नहीं मिल पाते। इस वजह से टमाटर के पौधे पर कम फूल आते हैं। या फूल फल में तब्दील होने से पहले ही सूख कर गिर जाता है। इसलिये कम से कम 10-12" के गमले में टमाटर उगायें।

■ गर्मियों के मौसम में गमले में टमाटर लगे होने पर अगर जरूरत के हिसाब से पानी नहीं दिया जाए तो टमाटर का फूल गर्मी की वजह से फल बनने से पहले ही गिर जाता है ।इसलिए पौधे पर फूल आने पर भी अगर मौसम गर्म है।तो  आप अपने टमाटर के पौधे में प्रतिदिन सिंचाई करें।गर्मियों में टमाटर के लिए अधिक पानी की आवश्यकता होती है।

■ सर्दियों के मौसम में टमाटर के पौधे पर फूल आने के बाद पानी की मात्रा कम कर देनी चाहिए। क्योंकि सर्दियों के मौसम में तापमान वैसे ही काफी कम होता है। और अगर आप उस समय टमाटर को ज्यादा पानी देंगे  पौधे का फूल फल बनने से पहले ऑवर वाटरिंग से गिर जायेगा।

■ मिलीभग या अन्य कीड़े लगे होने पर टमाटर के पौधे पर फूल फल बनने से पहले गिर जाता है।मिलीबग की रोकथाम के लिये आप घरेलू कीटनाशक बनाकर रखें और जैसे मिलीबग की शुरूआत हो कीटनाशक नियमित छिड़काव करें।
■  टमाटर के पौधे पर अच्छे फल लेने के लिए समय से खाद निराई गुड़ाई और पौधे को 3 से 4 घंटे की तेज धूप मिलना काफी जरूरी है। इसलिए आप अपने बैगन के पौधों को ऐसी जगह रखें जहां पर तीन-चार घंटे का सूरज का प्रकाश आ सके।

यह घरेलू कीटनाशक आपके सभी तरह के पौधे, सब्जियों पर काम आएगा। इसे 40-60 दिनों तक स्टोर कर के रखा जा सकता है





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टमाटर पर आने वाली बीमारियां -

टमाटर के पौधे पर अनेक तरह की बीमारियों का प्रकोप होता है जैसे पत्तियां खाने वाले कीड़े यह एक इल्ली होती है जोकि टमाटर की कोमल नई शाखाओं में लग जाती है। और अंदर ही अंदर टमाटर की पूरी शाखा को खोखला कर के पूरे पौधे को खराब कर देती है। इसकी रोकथाम करने के लिए गोमूत्र और नीम की पत्तियों से घरेलू कीटनाशक बनाकर रखा जा सकता है।इस कीटनाशक का सप्ताह में दो बार छिड़काव करें पत्तियां खाने वाली यह इल्ली खत्म हो जाएगी।

फल छेदक कीड़ा - 
टमाटर का ताजा फल काफी कोमल और खाने में स्वादिष्ट होता है। इस वजह से टमाटर के फलों में फल छेदक कीड़े आसानी से लग जाते हैं। टमाटर के फल छेदक कीड़े के नियंत्रण के लिए पौधे पर फूल आते समय किसी भी साधारण कीटनाशक का छिड़काव करना फायदेमंद रहता है।आप घर पर भी कीटनाशक बनाकर रख सकते है।

लीफ कर्ल रोग - 
 टमाटर के पौधे पर लीफ कर्ल रोग यानी के पत्तियों के मुड़ जाने वाली बीमारी है इस बीमारी का टमाटर पर बहुत अधिक संख्या में प्रकोप होता है। टमाटर को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाने वाला है यह रोग मौसम में तापमान मैं थोड़ा सा परिवर्तन होने पर बहुत तेजी से फैलता है।

लीफ माइनर रोग - 
टमाटर की पत्तियों पर सांप जैसी आकृति बन जाती है। टमाटर का यह रोग भी काफी घातक रोग है।टमाटर के पौधे पर एक बार इस बीमारी का प्रकोप होने पर यह बहुत जल्दी पूरे पौधे को खराब कर देती है।


गमले में टमाटर उगानें की पूरी जानकारी गमले में टमाटर उगानें की पूरी जानकारी Reviewed by Garden advisor on जुलाई 25, 2020 Rating: 5

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