बरसात में कटिंग से उगाए जाने वाले फूलों के पौधे




बरसात का मौसम पौधे लगाने के लिये सबसे अच्छा मौसम होता है। इस समय बहुत कम समय में पौधों को आसानी से लगाया जा सकता है। आज हम आपको कुछ ऐसे पौधों के बारें में बताने वाले हैं जिन्हें इस बरसात के मौसम में कटिंग द्धारा बड़ी आसानी से उगाया जा सकता है। बिना पैसे खर्च किये आप बहुत सुन्दर सुन्दर फूलों के पौधे लगा सकते हैं।

बरसात में पौधे लगाने का फायदा -
मौसम में प्राकृतिक रूप से पानी बरसने लगता है। जिससे वातावरण में नमी की मात्रा बढ़ जाती है। इस समय कोई भी पौधा बहुत तेजी से वृद्धि करता है। बरसाती पानी में खूब सारे पोषक तत्व होते है। इसलिये पौधे मोटे मजबूत और स्वस्थ हो जाते है। कटिंग से पौधे उगाने पर कटिंग काफी जल्दी लग जाती है। और उनमें  जड़ें भी काफी तेजी से अंकुरित होती है।
■ बरसाती मौसम में तापमान एक समान रहता है। इसलिए किसी भी पौधे की कटिंग लगाने पर कटिंग बहुत जल्दी अंकुरित हो जाती है। और उनमें शाखाएं भी बहुत तेजी से बढ़ने लगती हैं इसलिये फलदार पौधे या फूलदार पौधों की कटिंग बरसात के मौसम में आसानी से लगाई जा सकती है।

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मुफ्त में तैयार करें पौधे -
कटिंग विधि से आप चाहे तो हजारों रुपए के कीमती पौधे बिल्कुल मुफ्त में या यूं कहें बहुत कम खर्चे पर तैयार कर सकते हैं। अगर आप कुछ नया करने की सोच रहे हैं तो अच्छी किस्म के फलदार और फूलवाले पौधे जो कटिंग से तैयार किए जा सकते हैं। उन्हें घर के बगीचे में तैयार कर लें।  इन पौधों को ज्यादा संख्या में तैयार कर, आप इन्हें बेच कर अच्छा  मुनाफा भी कमा सकते हैं।




कटिंग से उगायें जाने वाले फूलों के पौधें 
बरसाती सीजन में बहुत सारे फूलों के पौधों की कटिंग आसानी से लगाई जा सकती है उनमें से कुछ अच्छे फूलदार पौधों की कटिंग उगाने का तरीका हम आपको बताने जा रहे हैं।

मोगरा ( Mogra )
सुगंधित फूलों की बात की जाए तो मोगरा का पौधा बहुत ही अच्छी सुगंध देने वाले पौधों है सर्दियों के मौसम को छोड़कर यह गर्मी और बरसात के मौसम में सफेद रंग के सुगंधित फूल देता है।जिनमें भीनी भीनी सुगंध आती है। मोगरा के पौधे को जुलाई अगस्त के महीने में कटिंग से उगाया जा सकता है। इसकी एक साल पुरानी शाखा की 2-3 इंच लंबी कटिंग बनाकर जमीन या गमले में लगा दें। 15-20 दिन में कटिंग से छोटी -2 शाखायें निकलना शुरू हो जायेगी। 

मोगरा उगाने का सही समय - फरवरी से अगस्त( 20° -35°)
मोगरा पर फूल आने का समय - अप्रैल से दिसम्बर 


रातरानी - ( Ratrani )
सुगन्धित फूलों की बात की जाये तो रातरानी का पौधा भी बहुत अच्छा पौधा है। इस पौधे पर शाम होते ही सुन्दर -2 फूल खिल जाते है जो सुबह धूप निकलने से पहले तक खिले रहते है। रातरानीम को भी बरसाती मौसम में कटिंग से उगायें जाता है। रातरानी की एक साल पुरानी शाखा की छोटी छोटी कटिंग बनाकर जमीन पर लगा दें। लगभग 10-15 दिन में ही रातरानी की कटिंग से अंकुरण होने लगता है।

रातरानी लगाने का सही समय - जुलाई से नवम्बर ( 25° -35°)
रातरानी पर फूलों का समय - दिसम्बर ,जनवरी को छोड़कर लगभग पूरी साल


चमेली ( Jasmine )
चमेली का फूल बहुत अच्छी सुगंध देता है। चमेली को एक मध्यम आकार के गमले में भी उगायें जा सकता है। इसका पौधा एक छोटी बेलदार पौधे के तरीके से बढ़ता है। चमेली के पौधे को कटिंग से लगाना बहुत ही आसान है। चमेली की कटिंग थोङी कमजोर होती है। इसलिये इसकी मजबूत कटिंग लगानी चाहिये। 10-15 इंच के गमले में इसे घर की छत पर भी उगायें जा सकता है।
चमेली को उगाने का समय - तेज सर्दी को छोङकर कभी भी उगा सकते है ( 20° -35°)
चमेली पर फूलों का समय - जून से दिसम्बर तक



कामिनी (Satin wood )
कामिनी का पौधा भी सुगंधित फूल देने वाले पौधों में से एक पौधा है । ज्यादातर लोग इसे चमेली का पौधा समझ लेते हैं। जबकि चमेली और कामिनी दोनों ही अलग-अलग तरह के पौधे होते हैं ।कामिनी पर गुच्छों  में सफेद रंग के फूल आते हैं। जिनमें बड़ी ही  ही मनमोहक सुगंध होती है ।पुराने जमाने में राजा महाराजा लोग अपने बगीचों के अंदर कामिनी के पौधे जरूर लगवाते थे जिनसे उनके बगीचे में सुबह-सुबह बड़ी ही प्यारी सौगंध चारों तरफ बिखर जाती थी। कामिनी का पौधा भी कटिंग द्वारा बड़ी आसानी से उगाया जा सकता है। जुलाई अगस्त के महीने में कामिनी के पौधे की कुछ मोटी कटिंग मिट्टी में लगा दीजिए 10 से लेकर 30 दिनों के अंदर कटिंग द्वारा छोटे-छोटे पौधे तैयार हो जाएंगे।
नोट - 
सुगन्धित फूलों वाले पौधे केवल बगीचे में ही नही लगाये जाते बल्कि आजकल तो इन पौधों को अधिक संख्या में उगाकर। इनके फूलों से इत्र आदि बनाकर बड़े स्तर पर पैसा भी कमाया जा रहा है। इन फूलों की आप सीधी बिक्री भी कर सकते है या इनसे इत्र भी बना सकते है 



गुड़हल ( Hibiscus )
 देसी गुड़हल के पौधे को बरसात के मौसम में कटिंग द्वारा आसानी से उगाया जा सकता है फूलदार पौधों की बात की जाए तो गुड़हल का पौधा बहुत सुंदर फूल देने वाला पौधा है । गुड़हल पर लगभग पूरी साल ही  सुंदर सुंदर फूल आते हैं। देसी गुड़हल के पौधे पर भी विभिन्न तरह के रंग के फूल आते है।लेकिन मुख्यतः यह गहरे लाल रंग के फूल देता है। आप इस पौधे को कटिंग द्वारा घर पर गमले या जमीन पर लगा सकते हैं। जुलाई से लेकर अक्टूबर तक आप गुड़हल को कटिंग से लगा सकते है।

गुड़हल की कटिंग लगाने का समय - जुलाई से अक्टूबर ( 20° -35°)
फूलों का समय - देशी गुड़हल पर सर्दियों में कम फूल आते है। बाकि पूरी साल अच्छे फूल बने रहते है। 


गुलदाउदी ( Chrysanthemums)
बरसात में कटिंग से उगायें जाने वाले फूलों में सबसे ज्यादा जो पौधा लगाया जाता है वह गुलदाऊदी का पौधा है। गुलदाउदी का पौधा अनेक रंग और आनें आकार में आपको मिल जाएंगे। और इस पर फूल भी बहुत ज्यादा संख्या में आते हैं। सामान्यतः गुलदाउदी का जो सीजन होता है। उसमें बरसात में गुलदाउदी को उगायें जाता है और यह पौधा सदियों तक सुंदर-सुंदर फूल देता है। अपनी पसंद के हिसाब से इस पौधे की कटिंग को जुलाई अगस्त के महीने में आसानी से उगा सकते हैं।

गुलदाउदी को लगाने का समय - जुलाई से अक्टूबर ( 25°-35°)
गुलदाउदी पर फूलों का समय - नवम्बर से मार्च

कनेर ( Oleander )
 कनेर  कम पानी और कम देखरेख चाहने वाले पौधों में से है।सड़क के किनारे हाईवे के आसपास आपको कनेर के पौधे देखने को मिल जाएंगे । यह अलग रंग और आकार में आपको मिल जायेंगे।  आजकल तो हाइब्रिड वैरायटी के कनेर के पौधे नर्सरी में मिल जाते हैं जिन पर बहुत सुन्दर फूल गुच्छों में आते हैं।देशी कनेर को कटिंग से उगाने बहुत आसान है देसी कनेर के पौधे की कटिंग बरसात के मौसम में आसानी से उगाई जा सकती है। लाल पीली या फिर सफेद रंग की कनेर जुलाई अगस्त के महीने में आप अपने बगीचे में लगा सकते हैं। देशी कनेर की पत्तियों का उपयोग अनेकों  तरह की बीमारियों के इलाज में किया जाता है।

बोगनबिलिया ( Bougainvillea )
कटिंग से उगाए जाने वाले पौधों में सबसे आसानी से उग जाने वाले पौधे की बात की जाए तो बोगनवेलिया का पौधा गर्मी और बरसात के महीनों में कटिंग से बड़ी आसानी से उगाया जा सकता है। बोगनवेलिया बहुत ही सुंदर दिखने वाले पौधों में से है। यह बहुत ही मजबूत और कम देखरेख वाला पौधा है। जिसे बहुत ही कम पानी की आवश्यकता होती है। यह कठिन से कठिन वातावरण में भी बड़ी आसानी से सरवाइव कर जाता है। सड़क किनारे पटरी के दोनों तरफ बोगनविलिया के सुंदर-सुंदर पौधे लगे हुए आपको अक्सर मिल ही जाएंगे ।बोगनविलिया को कटिंग से उगाते समय इसकी मोटी और मजबूत कटिंग का प्रयोग करना चाहिए।

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मधुमालती ( Rangoon Creeper)
घर के दरवाजे के पास या दीवार के सहारे मधुमालती की लता को लगाया जाता है। मधुमालती का पौधा एक बार लग जाये उसके बाद आपको कोई ज्यादा देखरेख करने की जरूरत ही नही है। इस पर बहुत अधिक संख्या में फूल आते है। मधुमालती  काफी मजबूत  पौधा होता है। मधुमालती  एक लता है इसलिये इसे अधिक जगह की जरूरत होती है। गमले में यह बहुत कम फूल देती है। इसलिये मधुमालती को जमीन पर ही लगाने की कोशिश करें

इन पौधों के अलावा आप चांदनी, गेंदा , हारश्रंगार,चंपा,देशी गुलाब आदि पौधों को कटिंग से उगा सकते हैं।

कटिंग लगाने के लिये मिट्टी की तैयारी कैसे की जाये-
बरसात में कटिंग उगाने के लिये आपको मिट्टी बनाते समय कुछ बातें ध्यान रखनी होगीं ।किसी भी पौधे को कटिंग से उगाने के लिये मिट्टी का उर्वरक होना काफी जरूरी है। चिकनी मिट्टी नये पौधे बनाने के लिये सबसे अच्छी रहती है।

बगीचे के मिट्टी - 60%
गोबर या कम्पोस्ट खाद - 30%
रेतीली मिट्टी -10%

मिट्टी में कुछ मात्रा में फंगसरोधी दवा जरूर मिलायें जिससे कटिंग सड़कर खराब ना हो जाये। बरसात के मौसम में पानी की अधिकता होती है इस वजह से जो कटिंग आपने लगाई है उसके सड़ने की संभावना बहुत ज्यादा हो जाती है।  इसे रोकने के लिए आप कटिंग आपने गमलो या जमीन पर कटिंग को लगाई है वहां पर ज्यादा पानी ना भरने दें लगातार बारिश होने पर वहां से पानी निकालते रहें।

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बारिश में लगाए जाने वाले फूलों के पौधे


किसमें लगायें कटिंग -
 फूल वाले पौधों को कटिंग से आते समय इन्हें छोटे-छोटे Grow Bags में उगाने की कोशिश करें । क्योंकि बारिश का मौसम है। लगातार पानी बरसने पर आप इन grow bags उठाकर किसी सुरक्षित जगह आसानी से रख पाएंगे जिससे ज्यादा बारिश होने पर भी यह कटिंग सड़कर खराब नही होगी। अगर आप कटिंग को जमीन में लगा रहे हैं तो जमीन में अतिरिक्त पानी निकलने के लिये जगह बनायें।


सावधानियां-
■  किसी भी पौधे को कटिंग से उगाने के लिये उस पौधे की कम से कम 1 वर्ष पुरानी  शाखा का चुनाव करना चाहिए। अगर आप ज्यादा नई शाखा की कटिंग बनाएंगे तो ब्रान्च ग्रो होने से पहले ही सड़कर  खराब हो जायेगी।

■ कटिंग की लंबाई 2-4 इंच तक ही होनी चाहिये। ज्यादा लंबी कटिंग ना बनायें  क्योंकि ज्यादा लंबी कटिंग के हिलने की संभावना ज्यादा रहती है।

■ पौधों की तैयार कटिंग का आधा भाग मिट्टी के अन्दर रहना चाहिये। इससे शाखा में बहुत जल्दी नयी शाखायें निकलने लगती है।
■ कटिंग को जमीन में लगाने के 1 सप्ताह तक छाया में रखने की कोशिश करें अगर आप ने कटिंग को खेतों में लगाया है तो उसके ऊपर किसी नेट आदि से छाया कर दें। इससे आपकी कटिंग ग्रो होने से पहले सूखकर खराब नहीं होगी।

■ कटिंग लगाने के तुरंत बाद आप मिट्टी में भरपूर पानी देकर सिंचाई कर दें। इसके बाद आपको बहुत ज्यादा पानी नही देना ।कटिंग लगी मिट्टी में केवल नमी रहनी चाहिये।

बरसात में कटिंग से उगाए जाने वाले फूलों के पौधे बरसात में कटिंग से उगाए जाने वाले फूलों के पौधे Reviewed by homegardennet.com on जून 30, 2020 Rating: 5

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