बारिश में लगाये जाने वाले फूलों के पौधे




पौधों को अगर मौसम के हिसाब से लगाया जाए तो बिना मेहनत के ही पौधे बहुत अच्छी वृद्धि करते हैं। उत्तर भारत में बारिश का मौसम आने वाला है। जून के आखिरी सप्ताह से जुलाई के प्रथम सप्ताह तक लगभग पूरे उत्तर भारत में बारिश होने लगती है।और यह सही समय होता है कि अब आप बरसात के मौसम में लगाए जाने वाले फूलों के पौधे अपने बगिया में लगा दें। तो आज हम बात करेंगे बरसात के सीजन के फूलों के पौधों के बारे में।

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बरसात के मौसम में लगायें  जाने वाले फूलों के पौधे -
 उत्तर भारत में जून खत्म होते-होते बारिश का मौसम आ जाता है ।और जुलाई के प्रथम सप्ताह में बारिश के सीजन में लगाए जाने वाले फूलों के पौधों की सीडलिग  आप कर सकते हैं। कुछ बरसाती फूलों के पौधों के नाम हम आपको बता रहे हैं जिन्हें आप अपने गार्डन में बरसात के मौसम में उगा सकते हैं।

गेंदा  ( marigold)


बालसम  ( balsam)




कोसमोस  ( Cosmos)




सूरजमुखी ( Sun flower )




   जीनिया  (Zinnia )



साल्विया  ( Salvia )



पोर्चूलाका ( Portulaca )



जैसमिन  ( Jasmine )



गुड़हल ( Hibiscus )



सदाबहार ( Vinca )


Marigold ( गेंदा )
बरसाती फूलों की बात की जाए तो गेंदा का पौधा बड़ी आसानी से लगाया जा सकता है।अगर आप जून जुलाई के महीने में गेंदा के पौधे को लगाएंगे तो सर्दी के मौसम तक आपको इन पौधों पर सुंदर सुंदर फूल मिलते रहेंगे। गेंदा की बहुत सारी वैरायटी आती है। जिनमें तरह-तरह के साइज और रंग के फूल होते हैं आप अपनी पसंद से अच्छी किस्म के गंदा के बीज जून के आखिरी सप्ताह से लेकर जुलाई के मध्य सप्ताह तक लगा दें। बीज लगाने के 1 से 2 सप्ताह में गेंदा के पौधे दूसरी जगह लगाए जाने के लिए तैयार हो जाते हैं।गेंदा के पौधे जब 10 से 15 दिनों के हो जाएं तब आप इन्हें किसी गमले या जमीन पर लगा सकते हैं।

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Balsam ( बालसम )
बालसम के पौधे को गर्मियों की शुरुआत होते ही लगा सकते हैं।यह पौधा गर्मी से लेकर पूरी बरसात तक फूल देता रहता है। इसके फूल बड़े ही सुंदर होते हैं बालसम थोड़ा नाजुक पौधा होता है। बालसम ज्यादा पानी देने पर सड़ जाता है इसलिए इस पौधे को ऐसी जगह लगाएं जहां पर पानी ठहरना नहीं चाहिए। 








बालसम के लिये गमला -

बालसम को गमले में भी आसानी से उगायें जा सकता है। यह मध्यम आकार का पौधा होता है। बालसम के लिये 6" से 8" का गमला सही रहता है। गमले की तली में पानी निकलने के लिये छेद होने चाहिये।
बारिश के मौसम के फूलों के पौधों के लिये मिट्टी  -
बारिश में फूलों के पौधे लगाने के लिये हमें भुरभुरी और उर्वरक  तत्वों से भरपूर मिट्टी बनानी होती है। बारिश का मौसम पौधे की वृद्धि के लिये अनुकूल होता है। बारिश के मौसम में पौधा तेज वृद्धि करता है। इसके लिये उसे ज्यादा पोषक तत्वों की जरूरत होती है। 
साधारण बगीचे के मिट्टी  - 50%
गोबर खाद या कम्पोस्ट - 40%
रेतीली मिट्टी या बजरी - 10%

इसके अलावा मिट्टी में कुछ मात्रा में नीम खली  और फंगसरोधी दवा आदि को भी मिक्स करें। जिससे बारिश के मौसम  में आपके पौधों में सड़न पैदा ना हो पाये। नीम खली आपके पौधों में दीमक आदि नही लगने देगी। 



बारिश में पौधों में खाद कब देनी है।
बारिश के समय अगर आप अपने पौधों से अच्छे फूल लेना चाहते है। तो पौधों को समय से खाद देना होगा। बारिश के समय पौधों को महीने में दो बार खाद दी जा सकती है। 5-10 इंच के गमले में एक बार में 50-200 ग्राम तक कोई भी आर्गेनिक खाद दी जा सकती है। जैसे गोबर खाद,कम्पोस्ट खाद या धर्मी कम्पोस्ट खाद। 
रासायनिक खाद में आप NPK या DAP का प्रयोग कर सकते है। लेकिन एक गमले में 2 ग्राम से ज्यादा खाद नही देनी ।आप रासायनिक खाद को पानी में घोलकर दे सकते है। जिससे खाद का जल्दी असर होता है।
बीमारियां और उनका निदान -
बरसात में पौधों पर अनेक  तरह की बीमारियों का प्रकोप होता है।जैसे पौधों का गलना, पत्तियां खाने वाले कीड़े, मकङी, मिलीबग, 
लीफकर्ल, लीफ माइनर, आदि आनें तरह की बीमारियां पौधों को खराब  कर सकती है। इसलिये समय- समय पर इन बीमारियों से बचाव के लिये दवा का छिड़काव जरूरी है। 

घर  पर बनायें कीटनाशक  -
आप घरेलू कीटनाशक  बनाकर भी रख सकते हैं जिसका प्रयोग आप अपने फूलों के पौधों पर करते रहें। आप हमारी यह विडियो देखकर घर बड़ी आसानी से यह कीटनाशक बना सकते है।



सावधानियां  -
■ बारिश के मौसम में पौधों को खुली जगह पर रखें जहां पौधों को सूरज की रोशनी और हवा मिलती रहें। कम धूप से पौधों कमजोर हो जाते है।

■ बारिश के मौसम में पौधों में बारिश की वजह से पानी की अधिकता रहती है।इसलिये पौधों के गमलों में या क्यारी में से पानी निकलने की सही व्यवस्था  होनी चाहिये। गमलों के छेद चैक करते रहने चाहिये। इसके अलावा बारिश होने के बाद गमलों का पानी आप खुद भी निकाल सकते हैं।

■ बारिश के मौसम में खाद देते समय ध्यान  रखें कि आप जब भी खाद दें तब मिट्टी में गड्ढा बनाकर उस गड्डे में खाद डालकर मिट्टी से गड्डे को बन्द कर दें। बारिश होने पर खाद पानी के साथ बह नही पायेगी।

■ बारिश के मौसम में दवा का छिड़काव मौसम साफ होने पर ही करें। दवा छिड़काव के कम से कम दो घन्टे तक पौधों पर बारिश ना होने पाये।


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बारिश में लगाये जाने वाले फूलों के पौधे बारिश में लगाये जाने वाले फूलों के पौधे Reviewed by homegardennet.com on जून 24, 2020 Rating: 5

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