how to grow chillies in pots full guide in hindi


मिर्च बहुत ही पोपुलर सब्जी है। मिर्च को लगभग हर तरह के खाने में प्रयोग किया जाता है। लेकिन अगर आप खाने का सही स्वाद लेना चाहते हैं। तो मिर्च ताजा होना बहुत जरूरी है। आज हम आपके साथ घर पर गमले में मिर्च उगाने की पूरी जानकारी शेयर करेंगे। गमले में अपने खुद के लिये आप आसानी से मिर्च उगा सकते है। अगर आपको हमारी जानकारी पसन्द आये तो आप इसे दूसरे लोगों के साथ शेयर जरूर करें।

मिर्च उगाने का सही समय - 
मिर्च एक ऐसी सब्जी है जिसे लगभग पूरी साल ही उगाया जाता है। दिसम्बर - जनवरी की तेज सर्दी को छोड़कर यह लगभग हर समय अच्छी सब्जी देती है।

गर्मी के मौसम - फरवरी - मार्च में लगाना है
बरसात और सर्दी - जून- जुलाई 

गर्मी की फसल के लिये बीज लगाने का समय- 

फरवरी का अन्तिम सप्ताह ( 20-25°) तापमान होने पर आप मिर्च के बीज लगा सकते है। बीजों के सही अंकुरण के लिये गर्म मौसम होना बहुत जरूरी है।

आप हमारी यूट्यूब वीडियो देखकर मिर्च के बारें में और भी बहुत कुछ सीख सकते 



सर्दी के मौसम के लिये बीज लगाने का समय-

मई के अन्तिम सप्ताह में मिर्च के बीज लगा दीजिये। 15-20 दिन में मिर्च के बीजों से अच्छे पौधे तैयार हो जायेगें। जब मिर्च के पौधे 4-4 पत्तियों के या 3-4 इंच साइज के हो जायें तब आप मिर्च के इन पौधों को गमलों में या जमीन पर लगा सकते हैं।


मिर्च का कौन सा बीज अच्छा है ?

आकार के हिसाब से बाजार में आपको अनेक तरह की मिर्च के बीज मिल जाएंगे जैसे कुछ पतली मिर्च होती हैं कुछ मोटी अचारी मिर्च होती है। इसके अलावा शिमला मिर्च  का अलग बीज आता है। इस तरह आप अपनी रूचि के हिसाब से जो भी मिर्च लगाना चाहे। उस मिर्च के बीज लगा सकते हैं। लेकिन गमले में मिर्च से सही उत्पादन लेने के लिए आपको हाइब्रिड किस्म के मिर्च के बीच का चयन करना चाहिए। क्योंकि हाइब्रिड बीज से तैयार मिर्च के पौधों पर मिर्च जल्दी आना शुरू हो जाती है।

Cayenne Pepper -
यह मिर्च की सबसे ज्यादा फेमस वैरायटी है। इस मिर्च का प्रयोग खाने के फ्लेवर को और बेहतर बनाने के लिये किया जाता है।




मिर्च का बीज कहां से खरीदें ?

बगीचे में मिर्च उगाने के लिए अपने पास के बाजार में जाकर खाद बीज वाली दुकान से अच्छी क्वालिटी के बीज खरीद सकते हैं। अगर आप के आस पास कोई बीज वाली दुकान नहीं है। तब आप ऑनलाइन बाजार ( जैसे amazon, eBay, filpcart ) से भी अच्छी क्वालिटी के बीज खरीद सकते है। online बाजार से बीज खरीदते समय हमेशा अच्छे रिव्यू वाले विक्रेता से ही बीज खरीदें।और सस्ते बीज ना खरीदें। क्योंकि ज्यादा सस्ते बीज अच्छा उत्पादन नही देते।


नोट - कोई भी बीज खरीदते समय seller के review जरूर चैक करें



मिर्च ( Chillis) का बीज उगाने को मिट्टी-

मिर्च को बीज से उगाना बहुत ही आसान है। मिर्च के बीज बहुत तेजी से अंकुरित हो जाते हैं। आप जब भी मिर्च का बीज उगाना चाहें। उससे पहले बीज लगाने के लिये मिट्टी की तैयारी कर ले। सब्जियों के बीज उगाने के लिए साधारण किस्म की मिट्टी ही काफी अच्छी रहती है। इसके लिए आप अपने बगीचे की मिट्टी(70% मिट्टी 30% खाद) ले लीजिए और इस मिट्टी में ऑर्गेनिक खाद को मिक्स कर लें। जैसे गोबर खाद या वर्मी कंपोस्ट।


मिर्च का बीज उगाने की विधि -

बगीचे की मिट्टी (70%) और खाद (30%) को मिलाकर मिट्टी तैयार करें। इस मिट्टी को किसी गमले में भरकर एक दिन के लिये धूप में छोड़ दें जिससे मिट्टी में उचित गर्मी बन सके। इसके बाद मिट्टी की ऊपरी परत को एक समान कर मिर्च के बीजों को छिड़काव विधि से सतह पर बिखेर दें। बीजों के ऊपर हल्की मात्रा में मिट्टी या खाद डाल दें जिससे बीज एक जगह पर स्थिर रह सकें। पानी सावधानी से देना है। पानी देते समय बीज उखड़ ना जाये इसलिये हजारे की सहायता से पानी दीजिये। इसके बाद बीज लगे गमले को ऐसी जगह रखें जहां हल्की धूप आती रहती हो। मिट्टी में हल्की नमी बनाकर रखनी है।5-7 दिन में बीज अंकुरित होना शुरू हो जाते है। जैसे ही बीज अंकुरित हो जाये गमले को कुछ समय के लिये धूप में रखना शुरू कर दें। इससे आपके पौधे सड़ेगे नही और पौधे मजबूत भी हो जायेगें। आप चाहें तो मिर्च के छोटे पौधों पर फंगीसाइड दवा का छिड़काव भी कर सकते है। 15-25 दिन के मिर्च के पौधे दूसरी जगह लगाये जाने को तैयार हो जाते है।




मिर्च के लिये गमले का आकार 

मिर्च उगाने के लिये कम से कम 10" या उससे बड़ा गमला प्रयोग में लाना चाहिये। आप ग्रो बैग ,पुरानी बड़ी बाल्टी या बाथटब में भी मिर्च उगा सकते हैं। जितना बड़ा गमला होगा उतना बेहतर आपका मिर्च का पौधा उगकर तैयार होगा। आप जमीन पर भी मिर्च उगा सकते है। मिर्च को बलुई- दोमट और हल्की चिकनी मिट्टी पसन्द है। जिसमें कार्बनिक पदार्थ ज्यादा हों।


मिर्च लगाने के लिये गमले की तैयारी।

मिर्च को गमले में लगाने से पहले गमले की निचली सतह में पानी निकलने के लिये ज्यादा से ज्यादा छेद होने चाहिये। अगर गमले में छेद नही होगे तो मिर्च के पौधे का उचित विकास नही होगा। गमले की तली में जो छेद होते है उनसे पानी ही नही निकलता बल्कि हवा का आवागमन भी होता है । जिससे पौधे की जड़ो का उचित विकास हो सके। अगर हवा का आवागमन सही नही होगा तो मिर्च का पौधा सङकर मर जायेगा।


मिर्च को रीपोट करने का तरीका -

 बीज से उगाये गये मिर्च के पौधे तब 15-20 दिन के या चार चार,पांच पांच पत्तियों के हो जायें तब किसी दिन शाम के समय मिर्च का एक मजबूत स्वस्थ पौधा गमले में लगा दीजिये। पौधे को मिट्टी में हल्की गहराई में लगा दें। और उस मिट्टी को मजबूती से दाव दें जिससे पौधा गिरे नही। फिर गमले मे काफी पानी दें। पहली बार में इतना पानी देना है कि गमले के छेद से पानी बाहर निकल जाये। आप 4,5 गमलों में मिर्च लगायें। एक पौधा लगाने पर अच्छे  फल नही आते।



गमले में मिर्च की दूखरेख - 

गमले में मिर्च लगाने के 4-5 दिन तक उस गमले को छायादार या जहां सुबह शाम की हल्की धूप आती हो ऐसी जगह रखिये। एक सप्ताह में मिर्च के पौधे की पत्तियां सही होना शुरू जायेगी। तब आप गमले में लगे मिर्च के पौधे को धीरे धीरे धूप में रखना शुरू कर सकते है। गमले में मिर्च का पौधा लगाने के 10-12 दिन बाद गमले की मिट्टी की हल्की गुड़ाई करें। जिससे मिट्टी मे घास या अन्य खरपतवार ना उपजे। गुड़ाई करने के बाद एक दो दिन मिट्टी को धूप लगने दें। उसके बाद इस पौधे में लगभग 100-150 ग्राम कोई भी ऑर्गेनिक खाद जैसे गोबर खाद,वर्मी कम्पोस्ट आदि डाले और उसके बाद पानी दें। इस प्रकार आप महीने में दो बाद खाद दे सकते है।


मिर्च के गमलों के लिये खाद की मात्रा - 

8-12 इंच के गमलें में 50-150 ग्राम गोबर खाद / 30 दिन में दो बार अधिकतम। जब भी खाद दें मिट्टी की हल्की गुड़ाई जरूर करें।

8-12" के गमले में 100 ग्राम वर्मी कम्पोस्ट /30 में एक बार अधिकतम 

8-12" के गमलों में 100-200 ग्राम किचन वेस्ट खाद /30 दिन में एक बार 

ऊपर बताई गयी सभी खादों में से कोई एक खाद ही आपको अपने मिर्च के पौधों में देनी है। ज्यादा उत्पादन के चक्कर में सभी खाद एक साथ पौधों में ना लगायें।

  खाद का प्रकार -

अगर आप घर पर सब्जियां उगा रहे हैं। तो आपसे निवेदन है कि आप अपने खाने वाले सभी पौधों जैसे सब्जियां और फल वाले पौधों में जैविक खाद का ही प्रयोग करें। प्राकृतिक खाद पौधों के लिए अमृत के समान फायदेमंद होती है। और रासायनिक खाद का प्रयोग बिल्कुल ना करें या बहुत ज्यादा आवश्यक होने पर ही सीमित मात्रा में रासायनिक खाद का प्रयोग आप अपने सब्जियों में या फलदार पौधों में करें। 





मिर्च पर फल - फूल की शुरूआत - 

बीज लगाने के 30 से 40 दिन बाद मिर्च के पौधे पर फल- फूल आने की शुरुआत हो जाती है। मिर्च के पौधे पर नर और मादा दोनों तरह के फूल आते हैं । शुरू में मिर्च पर नर फूलों की संख्या अधिक होती है। नर फूल का काम केवल निषेचन  की क्रिया करना है। उसके बाद नर फूल पौधे से सूखकर गिर जाता है। और इसी वजह से आपको लगता है कि आप के पौधे पर फूल तो आता है । लेकिन फल बनने से पहले ही गिर जाता है।


मिर्च पर कम फल आने का कारण -
■ बेकार( घटिया) किस्म के बीजों से उगाये गये मिर्च के पौधे पर अच्छे फल फूल नहीं आते। इसलिए गमले में मिर्च उगाते समय हमेशा उच्च क्वालिटी के बीजों का चयन करें।

■  गमले का उचित साइज ना होने पर मिर्च के पौधे को उचित मात्रा में पोषक तत्व नहीं मिल पाते। इस वजह से मिर्च के पौधे पर कम फूल आते हैं। या फूल फल में तब्दील होने से पहले ही सूख कर गिर जाता है। इसलिये कम से कम 10-12" के गमले में मिर्च उगायें।

■ गर्मियों के मौसम में गमले में मिर्च लगे होने पर अगर जरूरत के हिसाब से पानी नहीं दिया जाए तो मिर्च का फूल गर्मी की वजह से फल बनने से पहले ही गिर जाता है ।इसलिए पौधे पर फूल आने पर भी अगर मौसम गर्म है।तो  आप अपने मिर्च के पौधे में प्रतिदिन सिंचाई करें।गर्मियों में मिर्च के पौधे के लिए अधिक पानी की आवश्यकता होती है।

■ सर्दियों के मौसम में मिर्च के पौधे पर फूल आने के बाद पानी की मात्रा कम कर देनी चाहिए। क्योंकि सर्दियों के मौसम में तापमान वैसे ही काफी कम होता है। और अगर आप उस समय मिर्च को ज्यादा पानी देंगे तो पौधे से फूल फल बनने से पहले ज्यादा पानी देने के कारण गिर जायेगा।

■ मिलीभग या अन्य कीड़े लगे होने पर मिर्च के पौधे पर फूल फल बनने से पहले गिर जाता है।मिलीबग की रोकथाम के लिये आप घरेलू कीटनाशक बनाकर रखें और जैसे ही मिलीबग की शुरूआत हो मिर्च के पौधे पर कीटनाशक का नियमित छिड़काव करें।

■  मिर्च के पौधे पर अच्छे फल लेने के लिए समय से खाद निराई गुड़ाई और पौधे को 3 से 4 घंटे की तेज धूप मिलना काफी जरूरी है। इसलिए आप अपने मिर्च के पौधों को ऐसी जगह रखें जहां पर तीन-चार घंटे का सूरज का प्रकाश आ सके।

यह घरेलू कीटनाशक आपके सभी तरह के पौधे, सब्जियों पर काम आएगा। इसे 40-60 दिनों तक स्टोर कर के रखा जा सकता है


मिर्च पर लगने वाली प्रमुख बीमारियां और उनकी रोकथाम-

मिर्च के पौधे पर अनेक तरह की बीमारियों का प्रकोप होता है जैसे पत्तियां खाने वाले कीड़े यह एक इल्ली होती है जोकि मिर्च की कोमल नई शाखाओं में लग जाती है। और अंदर ही अंदर मिर्च की पूरी शाखा को खोखला कर के पूरे पौधे को खराब कर देती है। इसकी रोकथाम करने के लिए गोमूत्र और नीम की पत्तियों से घरेलू कीटनाशक बनाकर रखा जा सकता है।इस कीटनाशक का सप्ताह में दो बार छिड़काव करें पत्तियां खाने वाली यह इल्ली खत्म हो जाएगी।

फल छेदक कीट -
मिर्च का ताजा फल काफी कोमल और खाने में स्वादिष्ट होता है। इस वजह से मिर्च के फलों में फल छेदक कीड़े आसानी से लग जाते हैं। मिर्च के फल छेदक कीड़े के नियंत्रण के लिए पौधे पर फूल आते समय किसी भी साधारण कीटनाशक का छिड़काव करना फायदेमंद रहता है।आप घर पर भी कीटनाशक बनाकर रख सकते है।

मुरोड़िया रोग ( Leaf curl) 
 मिर्च में लगने वाला मुरोड़िया रोग  ( leaf curl)  मिर्च का सबसे भयंकर रोग है। यह वायरस जनित रोग होता है। यह बरसाती मौसम शुरू होते ही मिर्च के पौधों में काफी तेजी से फैलता है। इस वजह से मिर्च के पौधों की नई पत्तियों का विकास रुक जाता है। पत्तियां टेढ़ी-मेढ़ी हो जाती हैं। जिससे पौधा भोजन नहीं बना पाता और आखिर में सुख कर मर जाता है। लीफ कर्ल  रोग की रोकथाम के लिए आप घर पर छाछ ( bitter milk ) और ताबे के प्रयोग से घरेलू फंगीसाइड बना सकते हैं। सप्ताह में दो-तीन बार इस फंगीसाइड का मिर्च के पौधे पर छिड़काव करने से मुरोड़िया रोग सही हो जाता है।



how to grow chillies in pots full guide in hindi how to grow chillies in pots full guide in hindi Reviewed by Garden advisor on जुलाई 12, 2020 Rating: 5

1 टिप्पणी:

thanks for your comment

Blogger द्वारा संचालित.