अनार पर फूल झड़ना कैसे रोकें

अनार के पौधों से अधिक उत्पादन लेने के लिए हमें अनार के फूलों को झड़ने से रोकना होगा।इसके लिए हमें कुछ सावधानियां रखनी होगी जो कि हम आज आपको बतायेगें। कि आपको अपने अनार के पौधे पर क्या देख एक रखनी है जिससे अनार के फूल गिरे नहीं और ज्यादा से ज्यादा फल बने। सामन्यतः अनार पूरी साल ही फल देता है। लेकिन गर्मी के मौसम की फसल हमारे लिए ज्यादा फायदेमंद होती है।

अनार से फूल झड़ने का कारण - 

परागर्ण ना होना
अनार के नर और मादा फूल का आपस में निषेचन ना होना क्योंकि आजकल प्राकृतिक परागण बहुत कम हो पाता है। इस वजह से अनार के नर और मादा फूल में निषेचन की क्रिया नहीं हो पाती जिससे फूल , फल बनने से पहले ही गिर जाते है।


पौधे की उम्र कम होना
पौधे की कम उम्र होने पर अनार के पौधे से फूल गिर जाता है। अगर आप का पौधा कम उम्र का है तो पौधा फल धारण करने की क्षमता नही रखता इस कारण से भी आपके अनार के पौधे से फूल गिर जाते हैं।

जरूरी पौषक तत्वों की कमी होने पर
गमले में पोषक तत्व की कमी होने पर पौधे को जरूरत के हिसाब से पोषक तत्व नहीं मिल पाते इस कारण से भी अनार के पौधे से फूल गिर जाते हैं। पोषक तत्व कम होने से पौधे की ग्रोथ खराब हो जाती है और पौधे की शाखाएं दुबली पतली होकर सूख जाती हैं । जिससे अनार के पौधे पर कम फूल आता है या जो फूल आता है वह फल बनने से पहले ही गिर जाता है।

जरूरत से ज्यादा पानी देने से
किसी भी पौधे पर फूल आते समय ज्यादा पानी देने से फूल झड़ जाता है।अगर आपके अनार के पौधे पर फूल आ रहा है उस समय जरूरत से ज्यादा पानी ना दें। क्योंकि ज्यादा पानी होने पर पौधा अधिक पानी ग्रहण कर अपने पूरे पौषक तत्व पौधे के विकास में खर्च करने लगता है। पौधा ज्यादा से ज्यादा बड़ा होना चाहता है और उस समय वह और फल फूल गिरा देता है। जिससे वह बड़ा हो सके।


आवश्यकता से कम पानी देने पर
कभी-कभी फूल आने पर हम पौधों में बहुत कम पानी देते हैं आवश्यकता के अनुसार पानी ना देने पर भी पौधे फूल गिरा देते हैं।गर्मी के मौसम में जब तापमान बहुत अधिक हो जाता है ।उस समय पौधे को जरूरत के हिसाब से पानी ना देने पर भी पौधा फूल गिरा देता है।गर्मी के मौसम में पौधे को छाया में रखें जिससे ज्यादा पानी देने की जरूरत ही ना पड़े और कम पानी देने से ही काम चल जाए।

रासायनिक कीटनाशक का ज्यादा उपयोग
फूल आने की अवस्था में कीटनाशक का प्रयोग करने से परागण नहीं हो पाता और पौधा अपने फूल गिरा देता है। जब आपके अनार के पौधे पर फूल आ रहा है उस समय अगर आप कीटनाशक का प्रयोग करेंगे तो परागण करने वाले कीट जैसे मधुमक्खी या अन्य मित्र कीट मर जाते हैं। और आपके पौधों पर परागण की प्रक्रिया कम हो जाती है या बंद हो जाती है। इस वजह से फूल फल में तब्दील नहीं हो पाता और आपका पौधा फूल गिरा देता है।इसलिए फूल आते समय पौधों पर रासायनिक कीटनाशक का प्रयोग ना करें।



सामान्य प्रक्रिया होने से
पौधे पर बहुत ज्यादा फूल होने पर भी पौधा फूल गिरा देता है। सामान्यतः फल देने वाले ज्यादातर पौधे 10- 20% तक फूल गिरा देते हैं क्योंकि अगर सभी फूल फल में तब्दील हो जाएंगे तो पूरा पौधा ही टूट सकता है। यह सामान्य प्रक्रिया है कि अनार पर जितना फूल आता है उसमें से कुछ प्रतिशत फूल पौधे गिरा देते हैं।तो अगर आप के पौधों में 10 से 20% फूल गिर रहे हैं तो आपको ज्यादा परेशान होने की जरूरत नहीं है पतली या कमजोर शाखाओं पर पैदा होने वाले फूल भी पौधे गिरा देते हैं क्योंकि वहां अगर फल बनेगा तो वह कमजोर होगा जो बाद में गिर जाएगा।

 बीमारी या कीट प्रकोप होने पर
 पौधे पर कीड़ों का प्रकोप होने पर या बीमारियों के कारण भी फूल गिरते हैं। अनार के पौधे पर पत्तिया खाने वाले कीड़ों का प्रकोप होता है।अनार पर सफेद मक्खी का भी काफी प्रकोप होता है इस कारण से भी फूल गिर जाता है। आप अपने पौधों में ध्यान रखें कोई भी बीमारी या कीड़ा तो नहीं लग रहा क्योंकि हो सकता है कीड़ो की वजह से भी आप के पौधे से फूल गिर सकते हैं।




क्या करें जिससे अनार से फूल ना झड़े ?

अनार के पौधे से फूल ना गिरे इसके लिए आपको कुछ बातें ध्यान रखनी होगी और कुछ सावधानियां भी आपको अपना अनहोनी चलिए जानते हैं कि हमें क्या करना होगा जिससे हमारे अनार के पौधे सिर्फ फूल ना करें और ज्यादा से ज्यादा फल प्राप्त हो।

खाद -
अनार के पौधे पर फूल की शुरुआत होने पर तुरंत ही अनार के पौधे के चारों तरफ 6 इंच गहरा गड्ढा बनाये और उस गड्डे में कोई भी ऑर्गेनिक खाद जैसे गोबर खाद , वर्मी या कम्पोस्ट खाद भर कर गड्डे को बन्द कर दें। फिर पौधे में पानी दे । इस प्रकार खाद देने से आप के पौधे को लंबे समय तक जरूरी पोषक तत्व मिलते रहेंगे। और पोषक तत्वों की कमी नहीं होगी जिससे फूल नहीं गिरेगा।

● आप खाद को पानी के साथ मिलाकर ( तरल रूप ) में भी दे सकते हैं। इससे पौधे को पौषक तत्व तुरन्त मिल जायेगें। और पौधे की सिंचाई भी हो जायेगी।

पानी 
अनार के पौधे पर फूल आने की शुरुआत में भरपूर पानी देना चाहिए आपको इतना पानी देना है कि आपके अनार के गमले से पानी निकल जाए।अगर जमीन में अनार का पौधा लगा है तो उसमें भी अच्छे तरीके से पानी दे। पानी की कमी होने पर फूल का आकार छोटा हो जाता है। साथ ही साथ उस पर मादा फूल कम आते है। अगर मादा फूल कम आयेगें तो आपका उत्पादन कम हो जाएगा।
1- फूल आने के बाद भी पौधे में आवश्यकता के अनुसार पानी अवश्य दें अगर गर्मी बहुत ज्यादा बढ़ गई है तो पौधे को ऐसी जगह रखें जहां पर दोपहर की तेज धूप उस पर ना पड़े। क्योंकि ज्यादा धूप पड़ने पर पौधे में पानी की कमी हो जाएगी। और आप भी पानी कम दे रहे हैं इससे यह होगा कि अनार के पौधे में पानी की कमी हो जायेगी इस वजह से पौधा अपने फूल गिरा देगा।

नोट - फूल आने पर अनार में पानी की मात्रा कम ना करें बल्कि पानी देने का समय बड़ा दें जैसे पहले आप प्रतिदिन पानी देते थे तो अब आप पानी देने में 2 दिन का अन्तराल कर सकते हैं। अगर फिर भी फूल गिर रहा है तो 20% कम पानी दें।




कटाई -छंटाई-
फल देने वाले कुछ पौधों में जब फूल आते हैं तो उस समय कटाई छटाई भी काफी जरूरी होती है खासकर अनार के पौधे में कटाई - छटाई काफी जरूरी है। अनार के पौधे की कमजोर शाखाओं पर आने वाला फूल खुद गिर जाता है या उससे छोटा फल तैयार होता है। 
● कटाई- छटाई करते समय हम अच्छे बड़े फूलों को बचाकर रखते हैं कमजोर बेकार फूल जो कि कमजोर शाखाओं पर लगे है उन्हैं काट देते हैं।इससे पौधे पर सीमित फूल- फल रहते है जिससे पौधे में पौषक तत्वों की कमी नही होती। और फूल नही गिरता साथ ही साथ उस अनार के पौधे बनने वाला फल भी बड़ा बनता है। जिससे बाजार में अच्छी कीमत मिलती है।

दवाओं का प्रयोग - 
अनार के पौधे पर अधिक उत्पादन लेने या बीमारियों की रोकथाम के लिए रासायनिक दवाओं का प्रयोग ना करें या कम से कम करें।हमारा मानना है खाने वाली फसलों या पौधों में रासायनिक दवाओं का प्रयोग नही करना चाहिये। परंतु अगर आप की फसल में रोग बहुत अधिक मात्रा में बढ़ गया है और ऑर्गेनिक तरीके से उसकी रोकथाम संभव नहीं है। तब आप अनार के पौधों पर रासायनिक कीटनाशकों का प्रयोग सीमित मात्रा में कर सकते हैं।

अनार की फसल की बीमारियां-

■ - फलों पर धब्बा रोग -
अनार की फसल में अधिक बारिश होने या ज्यादा पाने की स्थिति होने पर फल पर काले रंग के धब्बे पड़ जाते हैं और बाद में फल सड़ने लगता है इसकी रोकथाम के लिए मैंकोज़ेब 300 ग्राम प्रति 100 लीटर पानी में या काबैंडाजिम 50 ग्राम / 100 लीटर पानी में घोल बनाकर छिड़काव करें।
उदई कीट 
अनार के पौधे लगाते समय इसका प्रकोप होता है छोटे पौधे बहुत जल्दी सूख जाते हैं जड़ा एवं तनाव में इसका प्रमुख प्रकोप होता है इसकी रोकथाम के लिए अनार के पौधों में सड़ा हुआ गोबर डालें या 50 ग्राम थिमेट पाउडर का छिड़काव करें। खड़ी फसल में क्लोरपाइरीफाॅस 2 मिली / लीटर की दर से जड़ो में छिड़काव करें।
माइट 
 यह सफेद या लाल रंग के अति सूक्ष्म जीव होते हैं जो की अनार की पत्तियों के ऊपरी एवं निचली सतह पर शिराओं के पास चिपक कर पौधे का रस चूसते रहते हैं। इस कारण अनार की पत्तियां मुड़ जाती हैं।और बाद में सूख कर गिर जाती हैं जिससे पौधा भी मर जाता है।
रोकथाम - अनार के पौधे पर इस रोग का प्रकोप होते ही क्लोरपाइरीफाॅस ( 2 मिली / ली ) या इमिडाक्लोरपिड 1 मिली / लीटर दर से छिड़काव करें 

■ विशेष - 
2 से 3 वर्ष बाद ही अनार के पौधों से फल मिलना शुरू हो जाते हैं ।लेकिन अनारकी फसल से सही उत्पादन 5 से 6 वर्ष बाद ही शुरू हो पाता है।जब अनार के पौधे परिपक्व हो जाते हैं।अनार के एक पौधे पर 50 से 60 फल ही रखें । जिससे उनका साइज और रंग अच्छा बन सके ।अगर फल का आकार और रंग सही बनेगा तो बाजार में उसकी सही कीमत आपको मिल पाएगी। जिससे कम उत्पादन होने पर भी आपको अच्छा लाभ मिलेगा।



अनार पर फूल झड़ना कैसे रोकें अनार पर फूल झड़ना कैसे रोकें Reviewed by homegardennet.com on अप्रैल 13, 2020 Rating: 5

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