सब्जियों के लिये अच्छी मिट्टी

नमस्कार अगर आप बागवानी करते हैं तो घर पर सब्जियां जरूर उगाया करें। घर पर सब्जियां उगाने के बहुत सारे फायदे हैं उनमें से सबसे बड़ा फायदा है कि आपको घर पर ताजी ,पौष्टिक और कीटनाशक रहित सब्जियां खाने को मिलती रहेगी। जो आपके स्वास्थ्य को अच्छा रखेंगी साथ ही साथ आपके पैसे भी बचेंगे और आपकी बागवानी भी होती रहेगी।आज हम बताने वाले हैं कि अगर आप अपने घर पर सब्जियां उगाने वाले हैं तो उसके लिए मिट्टी कैसे तैयार करें , मिट्टी और खाद का क्या अनुपात रखें ?अपने सब्जियों के बगीचे के लिए घर पर खाद कैसे तैयार करें



सब्जियों के लिये अच्छी मिट्टी - 
घर के बगीचे में सब्जियों उगाते समय कोशिश करें कि आप जो मिट्टी प्रयोग कर रहे हैं वह अच्छी उर्वरक हो।  क्योंकि हम घर के बगीचे में ज्यादातर गमलों में सब्जियां उगाते हैं गमलों में जगह कम होती है जिससे उसमें कम मिट्टी आती है और लगातार पौधे उगाने पर गमलों की मिट्टी में जरूरी पोषक तत्वों की कमी हो जाती है।जिससे आपके गमलों में अच्छे पौधे तैयार नहीं होंगे और उन पर अच्छी सब्जियां नहीं आयेगी। सब्जियों के लिए बलुई दोमट मिट्टी सर्वोत्तम होती है काले मिट्टी भी अच्छे वर वर्क होती है इसलिए उसमें गोबर खाद मिलाकर अच्छी सब्जियां उगाई जा सकती हैं ऐसी मिट्टी जिसमें जल निकास की अच्छी व्यवस्था हो आप किसी भी तरह की सब्जी उगा सकते हैं।

बलुई दोमट मिट्टी - 70%
गोबर / कम्पोस्ट / वर्मी कम्पोस्ट खाद - 30%

अपने बगीचे की नार्मल बलुई दोमट मिट्टी(70%) और गोबर या कंपोस्ट खाद (30%) को मिलाकर अच्छा मिक्सर तैयार करें फिर आप इस मिट्टी में किसी भी तरह की सब्जी आसानी से उगा सकते हैं। अगर आपके यहां काली या चिकनी मिट्टी अधिक है तो आप उसमें थोड़ा सा रेत मिक्स कर लें जिससे मिट्टी भुरभुरी हो जाए इस मिट्टी में गोबर खाद मिलाकर फिर कोई भी सब्जी लगा दीजिए सब्जी अच्छे तरीके से ग्रो होने लगेगी।

सर्वोत्तम मिट्टी - बलुई दोमट + गोबर खाद



काली या चिकनी मिट्टी होने पर - अगर आपके यहां काली,लाल या चिकनी मिट्टी है तो परेशान होने की जरूरत नही है। काली ,लाल या चिकनी मिट्टी काफी उर्वरक होती है। लेकिन इस मिट्टी में पानी निकास की सही व्यवस्था नहीं होती। इसलिए कभी-कभी पौधे ज्यादा पानी देने सेे सड़ जाते हैं इसलिए अगर आपके यहां इस तरह की मिट्टी है तो आप इस मिट्टी में रेत मिलाकर इसे भुरभुरा बना सकते हैं फिर आप इसमें किसी भी तरह की सब्जी उगा सकते है। 
नोट - चिकनी मिट्टी में भी कुछ सब्जियां बहुत अच्छे तरीके से ग्रो होती हैं जैसे अदरक ,अरबी ,हल्दी ,जिमीकंद,कपास, कन्द वाली बहुत सारी सब्जियां आप काली मिट्टी में बड़ी आसानी से उगा सकते हैं। काली मिट्टी में पोषक तत्व अधिक मात्रा में होते हैं इसलिए कोई भी सब्जी बहुत तेजी से ग्रो करती है।काली मिट्टी में पानी लंबे समय तक टिका रहता है।इसलिए सिंचाई करते समय बड़ी सावधानी रखें ज्यादा पानी देने से आपके सब्जी के पौधे सड़कर खराब हो सकते हैं।इसलिए मौसम के अनुरूप ही सिंचाई करें।जमीन या गमलों में से पानी निकलने की अच्छी व्यवस्था रखें जिससे अधिक सिंचाई होने गमलों से पानी निकाला जा सके।

काली ,लाल, चिकनी मिट्टी - 60%
गोबर खाद - 30%
रेत - 10%



रेतीली या पीली होने पर - 
अगर आपके क्षेत्र में रेतीली या पीली मिट्टी अधिक है जो कि बहुत ज्यादा भुरभुरी होती है। रेतीली मिट्टी में भी कुछ सब्जियां बहुत अच्छी तरीके से उगाई जा सकती हैं जैसे चुकंदर शलजम, खरबूज ,तरबूज ,मूली ,ककड़ी, खीरा ,आलू, हल्दी, अदरक आदि। अगर आप दूसरी सब्जी उगाना चाहते है तो रेतीली मिट्टी में कोई भी जैविक खाद मिला लें।

रेतीली मिट्टी - 60%
खाद -30%
काली /चिकनी मिट्टी -20%
रेतीली मिट्टी में अन्य दूसरी सब्जियां बनाने के लिए 30% कोई भी ऑर्गेनिक खाद और 20% काली लाल या चिकनी मिट्टी मिलाकर मिश्रण तैयार कर लें ।अगर आपके यहां काली या चिकनी मिट्टी नहीं मिलती तो कोई भी दूसरी मिट्टी मिलाकर मिश्रण बनाया जा सकता है। मिट्टी ना मिलने पर कंकड़ पत्थर मिलाकर भी मिट्टी को भारी बनाया जा सकता है। जिससे रेतीली मिट्टी में पानी को लंबे समय तक रोका जा सके। रेतीली मिट्टी में सब्जी उगाते समय ध्यान रखें के गमलों को ऐसी जगह रखें जहां गमलों पर सीधे धूप कम से कम पड़े जिससे पौधों में ज्यादा पानी ना देना पड़े ।क्योंकि रेतीली मिट्टी में पानी बहुत जल्दी खत्म हो जाता है और बार-बार पानी देने से कभी-कभी सब्जियों के पौधे सड़कर खराब हो सकते हैं।




किसी मिट्टी ना लें ?
■ ऊसर भूमि ,नाली के पास की या ऐसी मिट्टी जिसमें अधिक मात्रा में कंकड़ पत्थर का या कांच आदि हो उस मिट्टी को सब्जी उगाने के लिए प्रयोग ना करें।
■ तालाब की चिकनी मिट्टी का प्रयोग भी सब्जियां उगाने में ना करें।चिकनी मिट्टी में रेत और खाद मिलाकर उसे अच्छे तरीके से तैयार करने के बाद ही सब्जियां उगाये।
■ अत्यधिक रेतीली मिट्टी में भी सब्जियां ना लगाएं। रेतीली मिट्टी में गोबर खाद या काली चिकनी मिट्टी मिलाकर पहले मिश्रण तैयार करें ।उसके बाद उस मिट्टी में सब्जी या अन्य दूसरे पौधे लगाएं

सब्जियों के लिये खाद -
घर के बगीचे में सब्जियां उगाते समय हमेशा ऑर्गेनिक खाद का प्रयोग करें ।आजकल अधिक उत्पादन लेने के लिए किसान खेतों में रासायनिक खाद का प्रयोग करने लगे हैं।और कभी-कभी जाने अनजाने वह अपने खेतो मे अधिक मात्रा में रासायनिक खाद और कीटनाशक का प्रयोग कर देत है।रासायनिक खाद की अधिक मात्रा होने पर बहुत सारी मात्रा सब्जियों के अंदर भी आ जाती है।और यही कीटनाशक युक्त सब्जियां जब हम और आप खाते हैं तो हमारा स्वास्थ्य खराब होने लगता है और बहुत सारी असाध्य बीमारियां हमें घेर लेती हैं अगर आप चाहते हैं कि आप पूर्ण रूप से स्वस्थ रहें तो आप घर पर बगीचे में सब्जियां उगाते समय यह प्रण करें कि आप अपने बगीचे में हमेशा ऑर्गेनिक खाद का ही प्रयोग करेंगे।

खाद कैसे बनायें - 
घर पर ऑर्गनिक खाद बनाना बहुत ही आसान है। आपके बगीचे में और रसोई घर से जो कचरा निकलता ही होगा ।एक चार फिट गहरा और 8फिट लंबा गड्डा तैयार करें फिर उस कचरे को  इस गड्ढे में एकत्रित करते रहे जब यह गड्ढा भर जाए तो उस गड्ढे को ऊपर मिट्टी से ऊपर अच्छे तरीके बन्द करें फिर इसे तीन-चार महीनों के लिए ऐसे ही छोड़ दें।6 महीने बाद उस गड्ढे से आपको बहुत अच्छे किस्म की कंपोस्ट खाद तैयार मिलेगी। जिसे आप अपने सब्जियों के पौधों में प्रयोग कर सकेंगे। इसके अलावा घर पर भी आप बाल्टी या मटके में किचन वेस्ट खाद बना सकते हैं।


सब्जियों के लिये अच्छी मिट्टी सब्जियों के लिये अच्छी मिट्टी Reviewed by homegardennet.com on मार्च 29, 2020 Rating: 5

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