बैंगन एक सदाबहार सब्जी है। जो लगभग पूरी साल उगाई जाती है। बैंगन को गमले में भी उगाया जा सकता है। भारत में फरवरी से लेकर सितम्बर तक बैंगन को लगाया जाता है। आज हम आपको घर पर बैंगन उगाने की पूरी जानकारी देगें। जैसा कि आप जानते है कि ताजा और कीटनाशक रहित सब्जियां खाने के लिये आपको थोड़ी सी मेहनत करनी होगी। आप बहुत ही आसानी से अपने लिये घर पर अच्छी सब्जी उगा सकते हैं। बैंगन बहुत आसानी से उगाई जाने वाली सब्जी है। बैंगन बहुत तेजी से ग्रोथ करता है।और बैंगन को कम देखरेख की जरूरत होती है।
इस जानकारी को अन्य लोगों के साथ शेयर जरुर कीजिए
बैंगन को उगाने का सही समय - Eggplant
बैंगन दो मौसम में उगाया जाता है। गर्मी और बरसात
गर्मी के मौसम में बैंगन लगाने के लिये फरवरी में पौधे तैयार किये जाते है। बरसात के मौसम के लिये मई जून के महीने में आप बैंगन की सीलिंग तैयार कर सकते हैं।
गर्मी के मौसम - फरवरी में बीज लगायें
बरसाती मौसम - मई -जून में बीज लगायें।
कहां पर लगायें बैंगन -
अगर आपके पास जमीन का बगीचा है तो जमीन पर दो फिट कें अन्तर से बैंगन के पौधे लगा सकते हैं। अगर आप छत पर बैंगन उगाने की सोच रहे हो। तो फिर आपको कम से कम 12" या उससे बड़ा गमला प्रयोग में लेना पड़ेगा। छत पर अच्छे बैंगन उगाने के लिये आप ग्रो बैग का प्रयोग करें तो ज्यादा फायदेमंद हैं क्योकि ग्रोबैग वजन में हल्के ,देखने में सुन्दर और लंबे समय तक खराब नही होते। गमलों में बैंगन लगाते समय 4-5 गमलों में पौधे लगायें क्योकि एक दो पौधा होने पर बैंगन पर अच्छे फल नही आते।
बैंगन का बीज- Eggplant Seeds
आकार, रंग और स्वाद के हिसाब से अनेंक तरह के बैंगन की वैरायटी हैं। घर पर सब्जी और भर्ता बनाने के लिये गोल बैंगन अच्छा रहता है। अगर आप करी बनाने के शौकीन है तो लंबा बैगन सही रहेगा। लंबे बैगन के पौधे पर बीमारियो
का कम अटैक होता है। इसलिये अगर आप पहली बार बैंगन उगा रहे हैं तो लंबा बैंगन जरूर उगायें।
आप हमारे यूट्यूब वीडियो को देखकर इसे और आसानी से सीख सकते है। वीडियो को शेयर जरुर करें
आप हमारे यूट्यूब वीडियो को देखकर इसे और आसानी से सीख सकते है। वीडियो को शेयर जरुर करें
बैंगन का बीज कहां से खरीदें ?
अच्छे बैंगन उगाने के लिये आपके पास अच्छी क्वालिटी का बीज होना काफी जरूरी है। नजदीकी बीज की दुकान से आप अपनी जरूरत के हिसाब से बैंगन का बीज खरीद सकते हैं। अगर पास के बाजार में बीज ना मिले तो आनलाइन मार्केट से भी आप बैंगन का बीज खरीद सकते हैं। लेकिन आनलाइन बाजार से बीज खरीदते समय किसी अच्छे सेलर से और अच्छे रीब्यू वाले बीज को ही खरीदें।
ध्यान रखें यह बीज सिर्फ एक सीजन के लिये सही होता है तो बीज की ज्यादा मात्रा ना खरीदें अपनी जरूरत के हिसाब से ही बीज लें। हाईब्रिड प्रजाति के बीज लेने की कोशिश करें।
बैंगन के लिये कैसा मौसम चाहिये ?
बैंगन गर्म मौसम की फसल है। मार्च से लेकर नवम्बर तक बैंगन की अच्छी वृध्दि होती है। अगर आप छत पर बैगन उगाने की सोच रहे हैं। तो बैंगन के गमले ऐसी जगह रखें जहां लंबे समय तक धूप रहती हो। बैंगन के पौधे के ऊपर किसी पौधे की छाया आदि नही होनी चाहिये। छायादार जगह पर बैंगन का पौधा तो अच्छा बन जायेगा पर उस पर फल नही आयेगें। बैंगन के पौधे को अधिक पानी भी चाहिये। बैंगन बहुत तेजी से तरक्की करता है।इसे हर तीसरे दिन पानी की जरूरत होती है। गमले में लगे बैंगन को तो रोज पानी देना होता है।
आप हमारे यूट्यूब वीडियो को देखकर इसे और आसानी से सीख सकते है। वीडियो को शेयर जरुर करें
आप हमारे यूट्यूब वीडियो को देखकर इसे और आसानी से सीख सकते है। वीडियो को शेयर जरुर करें
बैंगन कैसे लगायें ?
25° से अधिक तापमान होने पर बैंगन के बीज लगा देने चाहिये। आप किसी गमले या जमीन पर बैंगन की बीज लगा दें। उसके बाद मिट्टी को लगातार नम बनाकर रखें। 6-8 दिनों के अन्दर बीज अंकुरित हो जायेगें। जब बैंगन के यह छोटे पौधे 15-20 दिन या चार-चार पत्तियों के हो जायें।तब आप बैंगन के इन पौधों को दूसरी जगह या गमलों में रोपित कर सकते है।
बैंगन लगाने का तरीका ( विधि)
बगीचे की मिट्टी (70%) और खाद (30%) को मिलाकर मिट्टी तैयार करें। इस मिट्टी को किसी गमले में भरकर एक दिन के लिये धूप में छोड़ दें जिससे मिट्टी में उचित गर्मी बन सके। इसके बाद मिट्टी की ऊपरी परत को एक समान कर बैंगन के बीजों को छिड़काव विधि से सतह पर बिखेर दें। बीजों के ऊपर हल्की मात्रा में मिट्टी या खाद डाल दें जिससे बीज एक जगह पर स्थिर रह सकें। पानी सावधानी से देना है। पानी देते समय बीज उखड़ ना जाये इसलिये हजारे की सहायता से पानी दीजिये। इसके बाद बीज लगे गमले को ऐसी जगह रखें जहां हल्की धूप आती रहती हो। मिट्टी में हल्की नमी बनाकर रखनी है।5-7 दिन में बीज अंकुरित होना शुरू हो जाते है। जैसे ही बीज अंकुरित हो जाये गमले को कुछ समय के लिये धूप में रखना शुरू कर दें। इससे आपके पौधे सड़ेगे नही और पौधे मजबूत भी हो जायेगें। आप चाहें तो बैगन के छोटे पौधों पर फंगीसाइड दवा का छिड़काव भी कर सकते है। 15-20 दिन के बैंगन के पौधे दूसरी जगह लगाये जाने को तैयार हो जाते है
बैंगन के लिये गमले की तैयारी-
बैंगन को गमले में लगाने से पहले गमले की निचली सतह में पानी निकलने के लिये ज्यादा से ज्यादा छेद होने चाहिये। अगर गमले में छेद नही होगे तो बैंगन के पौधे का उचित विकास नही होगा। गमले की तली में जो छेद होते है उनसे पानी ही नही निकलता बल्कि हवा का आवागमन भी होता है । जिससे पौधे की जड़ो का उचित विकास हो सके।
बैंगन के पौधे को रीपोट कैसे करें -
बीज से उगाये गये बैंगन के पौधे तब 15-20 दिन के या चार चार,पांच पांच पत्तियों के हो जायें तब किसी दिन शाम के समय कोई एक मजबूत स्वस्थ पौधा गमले में लगा दीजिये। पौधे को मिट्टी में हल्की गहराई में लगा दें। और उस मिट्टी को मजबूती से दाव दें जिससे पौधा गिरे नही। फिर गमले मे काफी पानी दें। पहली बार में इतना पानी देना है कि गमले के छेद से पानी बाहर निकल जाये। आप 4,5 गमलों में बैंगन लगायें। एक पौधा लगाने पर अच्छे फल नही आते। अगर आप ज्यादा पौधे लगायेगें तो पॉलीनेशन आसानी से हो सकेगा और आपके बैंगन के पौधों पर अच्छे फल आयेगें।
बैंगन की देखरेख -
गमले में बैंगन लगाने के 4-5 दिन तक उस गमले को छायादार या जहां सुबह शाम की हल्की धूप आती हो ऐसी जगह रखिये। दो तीन बाद बैंगन के पौधे की पत्तियां सही होना शुरू जायेगी। तब आप बैंगन लगे गमले को धीरे धीरे धूप में रखना शुरू कर सकते है। गमले में बैंगन का पौधा लगाने के एक सप्ताह बाद गमले की मिट्टी की हल्की गुड़ाई करें जिससे मिट्टी मे घास या अन्य खरपतवार ना उपजे। गुड़ाई करने के बाद एक दो दिन मिट्टी को धूप लगने दें। उसके बाद इस पौधे में लगभग 100-150 ग्राम कोई भी ऑर्गेनिक खाद जैसे गोबर खाद,वर्मी कम्पोस्ट आदि लगायें और उसके बाद पानी दें। इस प्रकार आप महीने में दो बाद खाद दे सकते है। धीरे धीरे आपका बैंगन का पौधा तरक्की करना शुरू कर देगा।
फल की शुरूआत -
बैंगन लगाने के 35-45 दिनों बाद ही बैंगन के पौधे पर फल आने की शुरूआत हो जाती है। शुरू में बैंगन पर मेल( नर) फूल ज्यादा आते है। कुछ समय बाद आपके बैंगन के पौधे पर छोटे छोटे बैंगन लगने की शुरूआत हो जायेगी। अब आप अपने बैंगन के पौधे में खाद और पानी की पूर्ति करते रहें। पानी या खाद की कमी होने पर बैंगन के फल का साइज बढ़ेगा नही और बैंगन का फल टाइट हो जायेगा।
बैंगन लिये खाद की मात्रा -
8-12 इंच के गमलें में 50-150 ग्राम गोबर खाद / 30 दिन में दो बार अधिकतम।
8-12" के गमले में 100 ग्राम वर्मी कम्पोस्ट /30 में एक बार अधिकतम
8-12" के गमलों में 100-200 ग्राम किचन वेस्ट खाद /30 दिन में एक बार
ऊपर बताई गयी सभी खादों में से कोई एक खाद ही आपको अपने बैंगन के पौधों में देनी है। ज्यादा उत्पादन के चक्कर में सभी खाद एक साथ पौधों में ना लगायें। वर्ना आपका बैंगन जलकर मर सकता हैं।
खाद का प्रकार - Fertilizer for brinjal plant
अगर आप घर पर सब्जियां उगा रहे हैं। तो आपसे निवेदन है कि आप अपने खाने वाले सभी पौधों जैसे सब्जियां और फल वाले पौधों में जैविक खाद का ही प्रयोग करें। प्राकृतिक खाद पौधों के लिए अमृत के समान फायदेमंद होती है। और रासायनिक खाद का प्रयोग बिल्कुल ना करें या बहुत ज्यादा आवश्यक होने पर ही सीमित मात्रा में रासायनिक खाद का प्रयोग आप अपने सब्जियों में या फलदार पौधों में करें।
बैंगन पर आने वाली बीमारियां
बैंगन के पौधे पर अनेंक बीमारियों का प्रकोप होता है। कुछ प्रमुख बीमारियो की जानकारी हम आपको दिये देते है।
यह बैगन के पौधे की सबसे बड़ी और प्रमुख बीमारी है। यह लार्वा युक्त कीट होता है जो बैंगन के नये कोंपल और ताजे फलों को खा जाता है। यह कीट देखते ही देखते पूरे पौधे को बर्बाद कर देता है। फलछेदक कीट की रोकथाम के लिये बैंगन के पौधे पर फूल आने के समय किसी साधारण कीटनाशक का छिड़काव फायदेमंद रहता है।
आप नीम,धतूरा,गौमूत्र की सहायता से घरेलू कीटनाशक भी बनाकर प्रयोग कर सकते है
मिर्च के पौधे की तरह बैंगन के पौधे पर भी ( leaf curl) मुरोड़िया रोग का प्रकोप होता है। यह वाइरस जनित रोग है। इस रोग में पौधे की पत्तियां कर्ल (मुड़) होना शुरू हो जाती है। धीरे धीरे पौधे की सभी पत्तियां खराब हो जाती है। और पौधा भोजन नही बना पाता आखिर में पौधा मर जाता है या उस बैंगन पर छोटे छोटे फल आते है।
उपचार -
Leaf curl (मुरोड़िया) रोग की रोकथाम के लिये फंगीसाइड पाउडर का छिड़काव करना चाहिये। एक लीटर पानी में 2 ग्राम फंगीसाइड दवा मिलाकर सप्ताह में दो बार छिड़काव करें। आप हमारी विडियो देखकर जैविक फंगीसाइड घर पर भी बना सकते हैं।
बैंगन के फूल गिरना -
यह कोई बीमारी नही लेकिन बैंगन के लिये बड़ी समस्या है। बैंगन के पौधे से फल बनने से पहले ही फूल गिर जाते है। या बहुत से लोगों के बैंगन के पौधे पर फल-फूल आता ही नही।
बैंगन पर फूल- फल ना बनने का कारण -
■ बेकार( घटिया) किस्म के बीजों से उगाये गये बैंगन के पौधे पर अच्छे फल फूल नहीं आते। इसलिए गमले में बैगन उगाते समय हमेशा उच्च क्वालिटी के बीजों का चयन करें।
■ गमले का उचित साइज ना होने पर बैगन के पौधे को उचित मात्रा में पोषक तत्व नहीं मिल पाते। इस वजह से बैगन के पौधे पर कम फूल आते हैं। या फूल फल में तब्दील होने से पहले ही सूख कर गिर जाता है। इसलिये कम से कम 10-12" के गमले में बैगन उगायें। आप ग्रो बैग में भी बैंगन उगा सकते हैं।
■ गर्मियों के मौसम में गमले में बैगन लगे होने पर अगर जरूरत के हिसाब से पानी नहीं दिया जाए तो बैगन का फूल गर्मी की वजह से फल बनने से पहले ही गिर जाता है ।इसलिए पौधे पर फूल आने पर भी अगर मौसम गर्म है।तो आप अपने बैंगन के पौधे में प्रतिदिन सिंचाई करें।गर्मियों में बैगन के लिए अधिक पानी की आवश्यकता होती है।
■ सर्दियों के मौसम में बैंगन के पौधे पर फूल आने के बाद पानी की मात्रा कम कर देनी चाहिए। क्योंकि सर्दियों के मौसम में तापमान वैसे ही काफी कम होता है। और अगर आप उस समय बैंगन को ज्यादा पानी देंगे पौधे का फूल फल बनने से पहले ऑवर वाटरिंग से गिर जायेगा। पौधे के पत्ते पीले होने लगे तो समझ जाये कि पौधे को ज्यादा पानी नही देना।
■ मिलीभग या अन्य कीड़े लगे होने पर बैगन के पौधे पर फूल फल बनने से पहले गिर जाता है।मिलीबग की रोकथाम के लिये आप घरेलू कीटनाशक बनाकर रखें और जैसे मिलीबग की शुरूआत हो कीटनाशक नियमित छिड़काव करें।
■ बैंगन के पौधे पर अच्छे फल लेने के लिए समय से खाद निराई गुड़ाई और पौधे को 3 से 4 घंटे की तेज धूप मिलना काफी जरूरी है। इसलिए आप अपने बैगन के पौधों को ऐसी जगह रखें जहां पर तीन-चार घंटे का सूरज का प्रकाश आ सके।
यह घरेलू कीटनाशक आपके सभी तरह के पौधे, सब्जियों पर काम आएगा। इसे 40-60 दिनों तक स्टोर कर के रखा जा सकता है
यह घरेलू कीटनाशक आपके सभी तरह के पौधे, सब्जियों पर काम आएगा। इसे 40-60 दिनों तक स्टोर कर के रखा जा सकता है
घर पर बैंगन उगाने की पूरी जानकारी
Reviewed by Garden advisor
on
अगस्त 03, 2020
Rating:

कोई टिप्पणी नहीं:
thanks for your comment