नमस्कार ! गुलाब यानि कि rose दुनियां के सबसे अच्छे फूलों में से एक फूल है। गुलाब का पौधा सभी को पसन्द होता है।गुलाब का फूल प्यार का प्रतीक माना जाता है।हर कोई इसे अपने गार्डन में उगाना चाहता है।आज हम आपको गुलाब के पौधे को घर उगाने से लेकर उसकी care करने तक की पूरी जानकारी देगें। आप यह जानकारी पढ़ने के साथ -2 हमारे YouTube Video के माध्यम से देख भी सकेगें जिससे आपको यह जानकारी अच्छी तरह समझ आ सके।
गुलाब उगाने का सही समय - ( उत्तर भारत के अनुसार )
मौसम - अक्टूबर से दिसम्बर तक
तापमान - 15° से 25° तक सवोत्तम
तापमान - 15° से 25° तक सवोत्तम
यों तो गर्मियों को छोङकर गुलाब पूरी साल कभी भी उगाया जा सकता है। लेकिन बारिश के मौसम के बाद और सर्दियों से पहले का मौसम गुलाब उगाने के लिये सबसे अनुकूल समय होता है। अक्टूबर के मध्य से दिसम्बर के आखिरी सप्ताह तक गुलाब को बड़ी आसानी से उगाया जा सकता है।
गुलाब उगाने के तरीके -
■ बीज से
■ कटिंग से
■ कटिंग से
@ बीज से - पर्वतीय भारत के कुछ स्थानों को ( शिमला ,कश्मीर, हिमाचल आदि ) छोङकर कही भी गुलाब को बीज उगाना बहुत ही मुश्किल काम है। गुलाब को बीज से उगाने के लिये सर्द मौसम की जरूरत होती है। गुलाब का बीज अंकुरित होने में 30 दिन या उससे भी कही अधिक समय लेता है और इतना लम्बा समय भारत में ठन्डा रहता नही इसलिये बीज से गुलाब उगाना यहां सही नही।
सही बीज - बीज से गुलाब को उगाते समय भारत में सही क्वालिटी के बीज भी नहीं मिल पाते ज्यादातर ऑनलाइन मिलने वाले बीज नकली बीज होते हैं , या यह बीज काफी पुराने होते हैं जो अंकुरित नहीं होते इसलिए आप कोशिश करें कि गुलाब को बीज से ना उगायें ।अगर आप यूरोपीय देशों में रहते हैं तो वहां पर गुलाब को बीज से आसानी से उगाया जा सकता है।
कटिंग से गुलाब उगाना - अगर आप भारत में रहते हैं तो फिर कटिंग से गुलाब उगाना आपके लिए सबसे आसान और बढ़िया रहेगा। सर्दियों की शुरुआत होते ही गुलाब के पौधे की branch की छोटी-छोटी कटिंग से आप गुलाब के बड़े सुंदर पौधे तैयार कर सकते हैं । हमने अपने youtube channel पर एक वीडियो बनाया है जिसमें गुलाब को कटिंग से उगाने की पूरी जानकारी दी गई है आप यह वीडियो देखकर यह प्रक्रिया बड़ी आसानी से कर सकेंगे ।यहां पर हम और भी video दे रहे हैं जिन्हैं देखकर आप बड़ी आसानी से गुलाब उगा सकेगें।
गुलाब के लिये सबसे अच्छी खाद -
गुलाब सबसे ज्यादा फूल देने वाला पौधा है। इसलिए इसे ज्यादा खाद की जरूरत पड़ती है अगर आप चाहते हैं कि आपके गुलाब के पौधे पर बहुत अच्छे और बहुत ज्यादा फूल आए तो आपको गुलाब के पौधे में समय से खाद देते रहना होगा। आज हम आपको बताने वाले हैं कि आप अपने गुलाब के पौधे में किस तरीके की और कौन सी खाद दे सकते हैं ? जिससे आपका गुलाब का पौधा स्वस्थ और बढ़िया बना रहे।
खाद -
1- जैविक खाद
2- रासायनिक खाद
1- जैविक खाद
2- रासायनिक खाद
1- जैविक खाद
गोबर खाद ( cow dunk fertilizer )
कम्पोस्ट खाद ( compost khad )
वर्मी केंचुआ खाद varmi compost )
चाय की पत्ती की खाद ( tea leaves fertilizer)
केले के छिलकों की खाद ( Banana peel fertilizer )
सरसों खली खाद ( mustard cake fertilizer )
पत्तियों की खाद ( leaf compost )
गोबर खाद ( cow dunk fertilizer )
कम्पोस्ट खाद ( compost khad )
वर्मी केंचुआ खाद varmi compost )
चाय की पत्ती की खाद ( tea leaves fertilizer)
केले के छिलकों की खाद ( Banana peel fertilizer )
सरसों खली खाद ( mustard cake fertilizer )
पत्तियों की खाद ( leaf compost )
उपरोक्त दी गयी खादों के अलावा भी कुछ और जैविक खाद तैयार की जाती है जिन्है आप अपने गुलाब के पौधों में प्रयोग कर सकते हैं।
जैविक खाद use करने के फायदे -
1- गुलाब का पौधा लम्बे समय तक फूल देता रहेगा।फूल का आकार ,रंग और खुशबू और भी अच्छी हो जायेगी प्राकृतिक खाद देने से मिट्टी की मूल संरचना में बदलाब नही होता इससे कोई भी पौधा समय से पहले मरता नही।
2- जैविक खाद के प्रयोग से मिट्टी ,पानी ,हवा प्रदूषित नही होते साथ ही साथ वातावरण भी अच्छा रहता है।
2- जैविक खाद के प्रयोग से मिट्टी ,पानी ,हवा प्रदूषित नही होते साथ ही साथ वातावरण भी अच्छा रहता है।
3- जैविक खाद के प्रयोग से मिट्टी में मित्र कीटों की संख्या बढ़ जाती है। जिससे आपको बार - बार ज्यादा खाद देने की जरूरत नही पड़ती।
4- जैविक खाद के प्रयोग से पैसे की बचत होती है। ज्यादातर जैविक खाद हमारे आसपास मिल जाती है पशुओं के गोबर से पेड़ों की पत्तियों से हम अपने प्रयोग के लिए अच्छे खाद बना सकते हैं जिससे हमारा बहुत सारा पैसा बच जाता है और अपने प्रयोग के लिए बढ़िया खाद भी मिल जाती हैं।
कुल मिलाकर निष्कर्ष यह निकलता है कि हमें केवल गुलाब में ही नहीं बल्कि सभी पौधों में जैविक प्राकृतिक खाद का प्रयोग करना चाहिए। जिससे हमारे पौधे भी अच्छे रहेगें और हम भी।
2-रासायनिक खाद
यूरिया
कैल्शियम
अमोनियम नाईट्रेट
एमोनियम सल्फेट
सिंगल सुपर फास्फेट
म्यूरियेट आफ पोटाश
राक सल्फेट
जिंक सल्फेट
चिलेटेड जिंक
कैल्शियम
अमोनियम नाईट्रेट
एमोनियम सल्फेट
सिंगल सुपर फास्फेट
म्यूरियेट आफ पोटाश
राक सल्फेट
जिंक सल्फेट
चिलेटेड जिंक
ज्यादातर रासायनिक खाद की उपयोगिता नाइट्रोजन की मात्रा के हिसाब से काम आती है।
रासायनिक खाद बहुत जल्दी पौधे की ग्रोथ शुरू कर देते हैं। लेकिन रासायनिक खाद के अन्धाधुन्द प्रयोग से मिट्टी की उर्वरक क्षमता खराब हो जाती है।
गुलाब के छोटे पौधों को मरने से कैसे बचायें ?
कटिंग से गुलाब उगाते समय गुलाब की शाखा से अंकुरण बहुत जल्दी हो जाता है। लेकिन उसमें जड़े 30- 40 दिन बाद बनना शुरू होती है। इस बीच अगर गुलाब के छोटे पौधों की देखरेख ना की जाये तो पौधे सड़कर मर जाते हैं । पौधों को सड़कर मरने से बचाने के लिये आप निम्न कार्य जरूर करें।
1- गुलाब के पौधों के लिये मिट्टी तैयार करते समय उस मिट्टी में फंगीसाइड ( साफ या बाविस्टीन पाउडर ) जरूर मिलायें ।
2- दीमक से बचाव के लिये समय समय पर पौधों में दीमक- रोधी दवा प्रयोग करते रहें।
3- कटिंग से अंकुरण होने के बाद गमले/ पौधे को ज्यादा से ज्यादा धूप में रखने की कोशिश करें जिससे मिट्टी में फंगस आदि नही लगेगा। पौधे को भरपूर धूप मिलने से भोजन सही प्राप्त होगा इससे पौधा तेजी से ग्रोथ करेगा।
4- गमले में पौधा लगाते समय मिट्टी में कुछ मात्रा लकङी के कोयले की मिला लें कोयले से भी फंगस नही आता।
5- गुलाब के छोटे पौधों में पानी बहुत ही सावधानी से देना चाहिये ज्यादा पानी होने पर पौधा सड़ने लगता है। इसलिये प्रतिदिन थोड़ा -2 पानी देते रहे हैं।
गुलाब में खाद कितने दिन बाद दें ?
गुलाब लगभग पूरे साल फूल देता है। इसलिये इसे ज्यादा खाद की जरूरत रहती है अगर आप समय से खाद देते रहेगें तो आपके गुलाब पर अच्छे फूल आयेगें।
गुलाब में गर्मी में खाद देने का अन्तराल - गर्मी के मौसम ( अप्रैल से जून ) में गुलाब के पौधे में ज्यादा खाद ना दें क्योकि मौसम में तापमान वैसे ही अधिक रहता है खाद देने से पौधा जल सकता है। इसके अलावा नाइट्रोजन की अधिकता वाली खाद तो इस मौसम में देनी ही नही चाहिये।
खाद देने का अन्तराल - 25 से 40 दिन में एक बार 50 से 200 ग्राम compost या गोबर खाद दे सकते हैं । रासायनिक खाद में NPK - 191919 दो लीटर पानी में 5 ग्राम मात्रा 40 दिन में एक बार देनी चाहिये। यूरिया का प्रयोग भूलकर भी ना करें।
गोबर / Compost / vermi compost खाद की 50- 200 ग्राम मात्रा गुलाब के पौधे में 25-40 दिन में एक से दो बार दे सकते हैं।
banana peel fertilizer / tea leaves fertilizer खाद की 100ml मात्रा गुलाब के पौधे में 15-20 दिन में एक बार दी जा सकती है।
सर्दी में गुलाब में खाद देने का अन्तराल -
सर्दी के मौसम में गुलाब के पौधे को खाद की ज्यादा जरूरत होती है क्योंकि सर्दी के मौसम में गुलाब पर बहुत फूल आता है
गोबर / कम्पोस्ड खाद - महीने में दो बार 100-200 ग्राम मात्रा
गुलाब के पौधे में दी जा सकती है।
गुलाब के पौधे में दी जा सकती है।
Banana peel खाद - अगर मौसम में धूप की कमी हो कोहरा छाया रहता हो तो इस मौसम में Banana peel fertilizer का प्रयोग ना करें क्योकि धूप की कमी से कभी कभी यह फंगस पैदा कर देती है।
रासायनिक खाद - DAP, NPK आदि रासायनिक खाद महीने में एक बार प्रयोग की जा सकती है लेकिन मात्रा सीमित रखनी चाहिये क्योकि रासायनिक खाद के ज्यादा प्रयोग से मिट्टी खराब हो जाती है और फिर आप उस मिट्टी कुछ उपजा भी नही सकते।
गुलाब में खाद देने का तरीका - गुलाब के पौधे में खाद देने से पहले उसमें पानी देकर दो-तीन दिन गमले को धूप में छोड़ देना चाहिए। जब मिट्टी हल्की भुरभुरी हो जाए तो मिट्टी की हल्की गुड़ाई कर दें और फिर से गमले को 2 दिन धूप लग जाने दे। गुलाब के पौधे में धूप लगाने से फंगस आदि पैदा करने वाले बैक्टीरिया मर जाते हैं। इसके बाद आप गुलाब में कोई भी खाद दे सकते हैं। खाद देने के बाद पौधे में सिंचाई कर देनी चाहिए ।कभी भी रासायनिक और जैविक खाद एक साथ ना दें क्योंकि दोनों खाद एक साथ देने से कोई फायदा नहीं होता ।दोनों तरह की खाद देते समय कम से कम 1 सप्ताह का अंतर जरूर रखें।
Rose Gardening tips In Hindi
Reviewed by homegardennet.com
on
दिसंबर 10, 2019
Rating:

कोई टिप्पणी नहीं:
thanks for your comment