गुलाब के पौधे के लिये अच्छी खाद

नमस्कार दोस्तो !
बगीचे में अगर गुलाब के पौधे लगे हो तो बगीचे की सुन्दरता देखते ही बनती है।अगर आप बागवानी के शौकीन है तो फूलों से भी आपको प्यार होगा।खाशकर गुलाब के फूलों से।गुलाब के पौधे को लगाना बहुत ही आसान है।रंग बिरंगे गुलाब के फूल आपके मन को मोह लेते है।सर्दियों का मौसम आते ही गुलाब की बहार आ जाती है।इस मौसम में अगर आप अपने गुलाब के पौधे से अच्छे फूल लेना चाहते हैं तो आपको अपने गुलाब के पौधे के लिये खाद देनी होगी।गुलाब को सर्दियों में कुछ सामान्य देखरेख की जरूरत होती है।आज हम आपको गुलाब के पौधे के लिये अच्छी खाद की जानकारी देने जा रहे है।अगर आप अपने घर के बगीचे में सुन्दर सुन्दर गुलाब के पौधे उगाना चाहते हैं तो आप इन साधारण तरीको का प्रयोग कर अच्छे सुन्दर फूल पा सकते है।

गुलाब के पौधे के लिये अच्छी मिट्टी-
गुलाब के पौधे को काली ,लाल और कंकरीली मिट्टी ज्यादा पसन्द है। 6.5 PH से अधिक मान वाली मिट्टी गुलाब के पौधे के लिये अच्छी रहती है। अगर आप गुलाब के पौधे को गमले में उगाने की सोच रहे है तो 12 इंच से बड़ा गमला प्रयोग करें।मिट्टी में 40% गोबर की सड़ी हुई खाद और 10% लाल मिट्टी या वर्मी कम्पोस्ड खाद जरूर मिला लें।
गुलाब के पौधे के लिये अच्छी खाद-
■ गोबर खाद
गुलाब के पौधे के दिये सबसे अच्छी खाद सड़ी हुई गोबर खाद है।गोबर खाद के प्रयोग करने से मिट्टी में कार्बनिक तत्वों की मात्रा बढ़ जाती है।इससे गुलाब के पौधे को जरूरी पौषक तत्व आसानी से मिल जाते है। गाय,भैंस,बकरी,ऊॅट आदि किसी भी जानवर की सड़ी हुयी गोबर खाद आप अपने गुलाब के पौधे में दे सकते हैं। महीने में कम से कम एक बार और अधिकतम दो बार ही गोबर खाद अपने गुलाब के पौधों प्रयोग करें।

नोट-
गोबर खाद का प्रयोग करते समय ध्यान रखें कि गोबर खाद अच्छे तरीके से डीकम्पोस्ड हो गयी हो ।बिना डीकम्पोस्ड गोबर खाद  (कच्ची गोबर खाद) का प्रयोग करने पर आपके पौधे जल सकते हैं।या उनमें फंगस आदि बीमारियों का प्रकोप हो सकता है।
■ वर्मी कम्पोस्ट खाद-
इसे केंचुआ खाद भी कहा जाता है।केंचुओ को गोबर में छोङ दिया जाता है जहां केंचुये गोबर को खाते रहते है।और धीरे धीरे गोबर को एक खाद के रूप में बदल देते हैं।वर्मी कम्पोस्ड खाद बहुत अच्छी खाद होती है।इस खाद में नाईट्रोजन की मात्रा गोबर खाद से अधिक होतीख है।साथ ही साथ यह बहुत जल्दी पौधों की जड़ो को भी प्राप्त हो जाती है। सर्दियों के मौसम में आप अपने गुलाब के पौधों में वर्मी कम्पोस्ड खाद का प्रयोग आसानी से कर सकते हैं।

नोट-
वर्मी कम्पोस्ड खाद जितना नया होगा उतना ही ज्यादा पौधों के लिये फायदेमंद होता है। आप जब भी वर्मी कम्पोस्ड खाद बाजार से खरीद कर लायें तो उस खाद को हवा के सम्पर्क से बचाकर रखें ।हवा के सम्पर्क में आने पर वर्मी कम्पोस्ड खाद की क्वालिटी खराब होती जाती है।
■ बोन मील खाद (हड्डी चूरा खाद )-
हड्डी चूरा खाद में फाॅस्फेट की अधिक मात्रा होती है।जो गुलाब के पौधे के लिये बहुत ही लाभदायक है।फास्फेट पौधों की जड़ो के विकास के साथ साथ ज्यादा फूलों के लिये आवश्यक तत्व है। अगर आपके गुलाब के पौधे पर फूल नही आते तो आप महीने में एक बार 10-20 ग्राम बोन मील खाद अपने गुलाब के पौधे में दे सकते हैं। गुलाब के पौधे में बोन मील खाद प्रयोग करने के बाद DAP आदि रासायनिक खाद का प्रयोग ना करें।

नोट-
बोन मील खाद जब भी आप अपने गुलाब के पौधों या दूसरे पौधों में करे तो हमेशा बोन मील खाद को मिट्टी से ढक दें ।यानि मिट्टी में गड्डा करें और उसमे खाद डालकर उसे मिट्टी से ढक दें।
कच्ची बोन मील खाद प्रयोग ना करें।
अगर आपके गुलाब के पौधे पर फूल नही आते तो ..
दोस्तो अगर आपके गुलाब के पौधे पर फूल नही आ रहे तो आपको कुछ बातों का ध्यान रखना है।
1-वर्ष में कम से कम दो बार आप अपने गुलाब के पौधों की कटाई-छंटाई (pruning) जरूर करें। इससे आपके पौधे पर नई शाखायें आयेगी और अंग्रेजी गुलाब की सेमी प्रूनिंग करें।गुलाब की प्रूनिंग करते समय ध्यान रखें कि गुलाब का ग्राफ्ट पार्ट ना कटे।
2- गुलाब को महीने में दो बार कोई आॅर्गनिक खाद देनी चाहिये।गुलाब के पौधे को वर्मी कम्पोस्ट खाद बहुत पसन्द है।गुलाब के पौधों में दो से तीन महीने में एक बार बोनमील खाद या बनाना पील फर्टीलाइजर जरूर लगा देनी चाहिये।
3- घर पर प्रयोग होने वाली चायपत्ती जो प्रयोग होने के बाद बचती है।उसे इकड्डा करते रहे।



गुलाब के पौधे के लिये अच्छी खाद गुलाब के पौधे के लिये अच्छी खाद Reviewed by homegardennet.com on अप्रैल 24, 2019 Rating: 5

कोई टिप्पणी नहीं:

thanks for your comment

Blogger द्वारा संचालित.